अमेठी. कांग्रेसी गढ़ एवं नेहरु-गांधी परिवार की कर्मस्थली में भी अब इस परिवार के खिलाफ बगावत शुरु हो गई है। ये बगावत आज उस समय सड़कों पर देखने को मिल रही है जब अमेठी सांसद राहुल गांधी जगदीशपुर के कठौरा में एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंच रहे हैं। इससे ठीक पहले अमेठी के वो किसान लामबंद हो गए हैं जिनकी ज़मीने अमेठी के प्लांटों की भेंट चढ़ गई हैं और इससे किसान सड़क पर आ गए हैं। ऐसे में किसानों ने कांग्रेस पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा है कि 'अमेठी के लोग हमेशा कांग्रेस के रहे, लेकिन कांग्रेस ने अमेठी के लिए कुछ नहीं किया'।
जगदीशपुर के कठौरा में हुआ प्रदर्शन
आपको बता दें कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज से अपने 3 दिवसीय दौरे पर अमेठी पहुंच रहे हैं, जहां वो जगदीशपुर ब्लाक के कठौरा में एक कार्याक्रम में हिस्सा लेंगे। इस बीच राहुल के पहुंचने से पहले दर्जनों की संख्या में किसान कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे जिन्हें कार्यक्रम में हिस्सा लेने और अपनी बात को कहने से रोक दिया गया।
योग्यता के अनुसार नौकरी दिलाने का राहुल ने दिया था आश्वासन
जिससे आक्रोशित किसानों ने कार्यक्रम स्थल से दूर प्रदर्शन शुरु कर दिया, किसानों ने बताया कि करीब 15 साल पहले उनकी ज़मीने इंडो गल्फ और दूसरी फैक्टरियों के लिए अधिग्रहीत की गई थी। इस पर उन्होंने प्रदर्शन किया था जिस पर राहुल गांधी ने उन्हें योग्यता के अनुसार नौकरी दिलाए जानें का आश्वासन भी दिया था।
के.एल. शर्मा पर बेइज्जत करने का आरोप
किसानों ने बताया कि इसके लिए दुबारा वो दस जनपथ में राहुल गांधी से मिलने दिल्ली पहुंचे थे तो राहुल के तत्कालीन प्रतिनिधि के.एल. शर्मा ने बेइज्जत करते हुए पुलिस से बाहर फिकवाने की धमकी दी थी। किसानों ने तब से आजतक उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिल रहे है।
कैप्टन शर्मा के बाद काँग्रेस ने कुछ नही किया
किसानों ने बताया कि उन्हें राहुल से आज मिलने नही दिया जा रहा है, आरोप है कि क्या बोलना है उसे सीखा कर ऐसे ही लोगों को इंट्री दी जा रही है। किसानों ने बड़ा सवाल उठाते हुए कहा कि कैप्टन सतीश शर्मा के बाद यहां काँग्रेस ने लोगो के साथ कुछ नहीं किया।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ