सत्येन्द्र खरे
हरियाणा और यूपी पुलिस के लिए एक चुनौती बने साइको किलर को कौशाम्बी पुलिस ने गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की है | पुलिस अधिकारियों के मुताबिक यह गिरफ्तार आरोपी मासूम बेटियों के साथ दरिंदगी कर उन्हें मौत के घाट उतार देता था | जिसकी तलास पिछले एक हफ्ते से हरियाणा की पानीपत पुलिस कर रही थी | कौशाम्बी पुलिस के एसपी ने दावा किया है कि इस तरह के आरोपी समाज के लिए बड़ा खतरा है इसलिए वह खुद अदालत से दरख्वास्त करेगे कि वह ऐसे आरोपी को जमानत पर रिहा न होने दे और इसका मानसिक इलाज जेल की चाहरदीवारी में कराया जाय |
फ़ाइल वीडियो साइको किलर
कौशाम्बी पुलिस और हरियाणा पुलिस की ज्वाइंट आपरेशन में गिरफ्तार यह आरोपी है, मन्नू सिंह उर्फ़ सुखराम सिंह | इसकी उम्र महज 23 है, करारी थाना इलाके के हंजापुर का रहने वाला इस युवक को ग्रामीणों के लोगो ने 3 साल पहले एक पंचायत कर गाव से बाहर निकाल दिया था | एसपी कौशाम्बी अशोक कुमार पाण्डेय के मुताबिक आरोपी गाव के जानवरों के साथ अप्राकृतिक सेक्स करता था | जिसके कारण मन्नू उर्फ़ सुखराम को गाव वालो ने गाव से बाहर निकाल दिया था |
करारी थाने के हंजापुर गाव से निकाले जाने बाद मन्नू उर्फ़ सुखराम सिंह हरियाणा प्रान्त के पानीपत शहर में रहकर मजदूरी कर अपना पेट पालने ने लगा और थाना चाँदनीबाग़ इलाके के बलजीत नगर में विनोद कुमार के घर पर किराए का कमरा लेकर रहने लगा | 3 साल का लम्बा समय विनोद के घर में बिताने के बाद मन्नू ने परिवार में अपनी पैठ बना ली | इसी पैठ का फायदा उठा कर मन्नू के अन्दर का शैतान जाग गया और फिर उसने 17 सितम्बर की रात 8 बजे विनोद की 4 साल की बेटी को पानी-पुरी खिलाने के बहाने घर से लेकर बाहर आया और मासूम बेटी के साथ हैवानियत की हदे पार कर मौत की नीद सुला दिया | शातिर मन्नू ने घटना को अंजाम देने के बाद परिवार की नज़र में खुद को अच्छा साबित करने के लिए उनके साथ 7 दिनों तक उनके साथ रहा और बेटी को खोजने का नाटक करता रहा | हरियाणा पुलिस ने इस मामले में 19 सितम्बर को अज्ञात शख्स के खिलाफ गलत नियत से अपहरण , हत्या, अपराध के सबूत मिटाने और बाल संरक्षण अधिनियम का मुकद्दमा दर्ज कर जाँच शुरू की | जाँच के शुरू होते ही शातिर आरोपी मन्नू 23 सितम्बर को पानीपत से कौशाम्बी बिना किसी को बताये चला आया |
कौशाम्बी आने के बाद मन्नू उर्फ़ सुखराम अपने गाव पंहुचा | 2 रहने के बाद आरोपी मन्नू ने पड़ोस गाव ताजपुर चकिया के रहने वाले धर्मराज की 8 साल की मासूम बेटी को घर के बाहर सोते समय अगवा कर अपना निशाना 25 सितम्बर की देर रात बना लिया और उसकी लाश को गाव के बाहर बहने वाली बरसाती नदी में फेक कर अपने घर चला आया | घटना के बाद 26 सितम्बर की सुबह मासूम की लाश ने कौशाम्बी पुलिस की रातो की नीद और दिन का चैन छीन लिया | करारी पुलिस ने इस घटना में अज्ञात के खिलाफ अपहरण, रेप, हत्या और जघंन्य अपराध के सबूत मिटाने का मुकदमा दर्ज किया | इंसानियत को शर्मशार करने वाली घटना ने यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्या के होम डिस्टिक कौशाम्बी की पुलिस की एक्टिव पुलिसिंग पर बड़े सवाल खड़े कर दिए थे | बेटियों की सुरक्षा में नाकाम कौशाम्बी पुलिस पर इस घटना के जल्द खुलासे जबरजस्त दबाव आ गया | हैवानियत के बाद बेरहमी से मौत के घाट उतारी गई मासूम बिटिया की माँ उषा देवी ने पुलिस अधिकारियों के सामने सवाल पूछने शुरू कर दिए कि आखिर उसकी बेटी को किस हैवान की नज़र लग गई | जिसने उसकी मासूमियत पर भी रहम नहीं किया |
अभी कौशाम्बी की करारी पुलिस बेटी के हत्यारे की तलास में अधेरे में तीर चला ही रही थी कि अचानक उम्मीद की किरण लेकर हरियाणा प्रान्त की चादनीबाग थाने के इन्स्पेक्टर प्रवीण शर्मा अपनी टीम के साथ कौशाम्बी आ पहुचे | एसपी कौशाम्बी से मुलाकात कर प्रवीण शर्मा ने अपने थाना इलाके की घटना का जिक्र किया और बताया कि मन्नू उर्फ़ सुखराम पर अपना शक जाहिर किया , तो एसपी अशोक कुमार पाण्डेय की आँखों में चमक सी आ गई | आनन-फानन में पुलिस ने लाव-लस्कर के साथ मन्नू के घर पर छापा मारा, लेकिन वह घर और गाव में नहीं मिला | तभी पुलिस को मुखबिर ने सूचना दी कि जिसे पुलिस खोज रही है वह मन्नू दिवर कोतारी के एक मंदिर में छिप कर बैठा है और अगर पुलिस ने वहा पहुचने में देर की तो वह वहा से फरार हो जायेगा | कौशाम्बी और हरियाणा पुलिस ने बिना समय गवाए बताई जगह पर छापा मारा और आरोपी मुन्नू उर्फ़ सुखराम को हिरासत में ले लिया |
हरियाणा और यूपी में बेटियों के साथ हैवानियत और उन्हें मौत के घाट उतारने वाले शातिर आरोपी मन्नू उर्फ़ सुखराम को गिरफ्तार कर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है | कौशाम्बी पुलिस के एसपी अशोक कुमार पाण्डेय के मुताबिक पूरी घटना सामने आने के बाद यह साफ़ हो गया है कि आरोपी मन्नू बेटियों का साइको किलर है | जिसके समाज में आजाद नहीं छोड़ा जा सकता | एसपी कौशाम्बी ने मीडिया के सामने इस बात का दावा किया कि बेटियों की हिफाजत के लिए वह खुद अदालत से इस बात की अपील करेगे कि आरोपी मन्नू के कुकृत्य को जघन्य अपराध मानते हुए उसे किसी भी दशा में दोष सिद्ध होने तक जमानत पर रिहा न करे |
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ