समाज के विकास में बेटियों की भूमिका अहम्- अंसारी
शिवेश शुक्ला
प्रतापगढ़ । समाज को चलाने में बेटी-बेटा दोंनों की समान आवयकता होती है, जिसमें बेटियों की भूमिका अहम् है क्योंकि बेटियों के बिना समाज आगे नहीं चल सकता। इसके लिए हमें बेटियों को साक्त व साक्षर दोनों बनाना होगा।’’ उक्त विचार प्राथमिक विद्यालय अन्देवरी में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रतापगढ़ के निर्देा पर तरुण चेतना द्वारा जन्म से पूर्व मृत्यु अर्थात् बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ विायक विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर में पराविधिक स्वयंसेवक नसीम अंसारी ने व्यक्त किया। श्री अंसारी ने कन्या भ्रूण हत्या के दुप्रभावों पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम में तकनीकी समन्वयक श्याम शंकर शुक्ल ने कहा कि किसी भी परिवार के विकास में स्त्री-पुरुा दोनों की समान भूमिका है, हमें रूढ़िवादी विचारों से ऊपर उठकर निेगभेद की समाप्ति के लिए काम करना होगा तभी बेटियों का सम्मान बढ़ेगा। इस अवसर पर फसल परियोजना समन्वयक मो0 समीम ने पीसीपीयनडीटी0 ऐक्ट पर चर्चा करते हुए बताया कि इस कानून के अनुसार गर्भ में पल रहे शिशु का लिंग पता करना दण्डनीय अपराध है, जिसके लिए दोषी पाये जाने पर अधिकतम 05 साल की जेल व 01 लाख तक का जुर्माना हो सकता है।
इस अवसर पर उद्यान विभाग के अशोक श्रीवास्तव ने प्राधिकरण द्वारा जरूरतमन्दों को मिलने वाली निःशुल्क विधिक सहायता पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम में सुपरवाइजर राकेा गिरि ने समाज में गिरते लिंगानुपात पर चिंता व्यक्त करते हुए बेटियों को पढ़ाने व समान अवसर देने की बात कही। इस अवसर पर हकीम अंसारी ने बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओ की मुहिम में समाज के सभी वर्गों से आगे आने का आह्वान किया। कार्यक्रम के अन्त में सभी को बेटी बचाने-बेटी पढ़ाने का संकल्प दिलाया गया। कार्यक्रम में बृजलाल वर्मा, विन्दु देवी, सीमा देवी, आरती व राहुल गुप्ता आदि ने अपने विचार व्यक्त किया।
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