भीषण गर्मी मे फसल पैदावार के लिये हर कीमत पर यूपी मे सरकार दे बिजली
शिवेश शुक्ला
प्रतापगढ़। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने देश मे बढ़ती सामूहिक नरसंहार के गंभीर हालात और लगातार परोक्ष रूप से परोसी जा रही आतंकी घटनाओं को लेकर गहरी चिंता जताई है। सोमवार को लालगंज कैम्प कार्यालय पर सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि जहां कांग्रेस संघर्ष के बूते एक बार फिर देश मे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एवं निजता के मौलिक अधिकार तथा स्वतंत्र लेखन की मजबूती के लिये अपनी आजादी के दौर की भूमिका निभा रही है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार देश मे असहिश्णुता तथा भेदभाव का माहौल बनाकर सामुदायिक एकता की विचारधारा को खण्डित करने मे ही अपना पूरा समय लगा रही है। श्री तिवारी ने कहा कि आज भारत के राश्ट्रीय विकास दर मे जिस तरह से घटोत्तरी सामने आ रही है और आर्थिक नीतियों की विफलता के चलते असंतुलन का दौर शुरू हुआ है। वह समूचे देश के विकास तथा वैष्विक परिवेश मे पिछड़ने का खतरनाक मोड़ भी ले सकती है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने एनडीए सरकार की इस बात की भी आलोचना की है कि वह राज्यों और केंद्र के ढ़ांचागत विकास मे समन्वय स्थापित नही कर पा रही है। उत्तर प्रदेश मे इस समय जिस तरह से भीषण गर्मी का असर है और खेतो मे खड़ी फसल सिंचाई के अभाव मे पैदावार से मुंह मोड़ने की ओर है। राज्य सरकार को कृशि उत्पादन के क्षेत्र मे सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए हर कीमत पर अपने हर संसाधन को लगाकर ग्रामीण क्षेत्रों मे विद्युत आपूर्ति अनिवार्य सुनिष्चित करना चाहिए। वरिश्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने सूबे की सरकार से आम आदमी की सुरक्षा और उसके वास्तविक विकास के लिये अब ढ़िढोरा पीटने की जगह धरातल पर उतरकर सीधी कार्ययोजना पारदर्षिता के साथ संचालित कराने मे जोर देना चाहिये। इसके पहले कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी का बाबूगंज बाजार मे अल्पसंख्यक समुदाय के विभिन्न कमेटियों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत दिखा। सांसद प्रमोद तिवारी ने देर शाम तक कांग्रेस कैम्प कार्यालय मे जनता से जुड़ी रामपुरखास मे जारी अनेक केन्द्रीय एवं राज्य परियोजनाओं की भी प्रगति को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा की। इस मौके पर प्रतिनिधि राममिलन तिवारी, भगवती प्रसाद तिवारी, मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश शुक्ल, केडी मिश्रा, पप्पू तिवारी, डा. रमाशंकर , हृदयनारायण, श्रीधर तिवारी, रामू मिश्रा, कुंवर ज्ञानेन्द्र सिंह, आलोक सिंह आदि रहे।
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