पहुची पुलिस दिखी असहाय, सुलह समझौते का करती रही प्रयास
शिवेश शुक्ला
प्रतापगढ । बाइक से कटरा बाजार से घर जा रहे ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष की सडक हादसे में मौत हो गई । खबर पर पहुचे लोगो ने जिला अस्पताल में चिकित्सक द्वारा इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर बबाल किया ।बवाल की सूचना पर भारी संख्या मे जिला अस्पताल पुलिस बल पहुच कर मामले को सुलह समझौता कराने के प्रयास में जुटी रही । जानकारी के अनुसार नगर कोतवाली क्षेत्र के सुखपाल नगर निवासी राजकुमार पाण्डेय (50) जो ग्राम पंचायत अधिकारी है और संघ के जिलाध्यक्ष भी है । शुक्रवार की शाम कटरा बाजार से घर जा रहे थे कि रास्ते में हुए सडक हादसे में गम्भीर रूप से घायल हो गये । सूचना पर परिजन व संघ के कुछ लोगो ने उन्हे आनन - फानन में इलाज हेतु जिला अस्पताल लाया, जहॉ पर चिकित्सक ने मृत्यु घोषित कर दिया । बताया जाता है कि इस दौरान लोगो ने हंगामा शुरू करते हुए चिकित्सक व इमरजेंसी मे तैनात कर्मचारियों से आक्रोशित लोग भिड गये और इमरजेंसी कक्ष में हंगामा शुरू करते हुए वहा पर मौजूद रजिस्टर आदि तितिर - वितिर कर दिया । परिजनो व संघ के लोगो का आरोप रहा कि इलाज पर लाने के दौरान कोई भी कर्मचारी व चिकित्सक नही देखा हम लोगो ने बाहर से प्राइवेट चिकित्सक को लाकर दिखाए जो मृत्यु घोषित कर दिया । लोगो का आरोप रहा कि जब राज्य कर्मचारी के साथ यहॉ एेसा सलूक किया जाता है तो आम जनमानस के साथ क्या होता होगा । एेसे में चिकित्सक व कर्मचारियों तथा जिम्मेदार अस्पताल प्रशासन के विरूध कार्यवाही की मॉग को लेगे लोग भिडे रहे । सूचना पर भारी संख्या में पहुची पुलिस आक्रोशित लोगो के आगे असहाय नजर आते दिखी और मामले के सुलह समझौते के प्रयास मे लगी रही ।घटना के घंटो बाद एसडीएम सदर भी पहुच गये और मामले को समझाने के प्रयास करते रहे किन्तु समाचार लिखे जाने तक आक्रोशित लोग कार्यवाही की मॉग को लेकर अडे रहे ।
घंटो बाधित रही अस्पताल की इमरजेंसी सेवा, मरीज, परिजन परेशान
ग्राम पंचायत अधिकारी व संघ के अध्यक्ष के मृत्यु पर जिला अस्पताल के इमरजेंसी सेवा कक्ष में हुए बवाल के बाद इमरजेंसी कक्ष से चिकित्सक व कर्मचारी फारार हो गये और आक्रोशित लोग बवाल करते रहे ।सूचना पर पहुची पुलिस कार्यवाही करने के बजाय सुलह समझौते के प्रयास करती नजर आई जिससे अस्पताल में भारी संख्या में भीड जमा हो गई और इमरजेंसी कक्ष छोड चिकित्सक व कर्मचारी भाग निकले इससे इलाज हेतु आने वाले अन्य मरीज जहॉ परेशान दिखे वही अस्पताल में भर्ती मरीज व परिजन परेशान नजर आए । बवाल के चलते लगभग घंटे भर से अधिक इमरजेंसी सेवा बाधित रही जिससे अन्य मरीज व परिजन परेशान नजर आए ।
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