प्रदीप कुमार गुप्ता
मसकनवा गोण्डा :-एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि गरीबों को प्रधानमंत्री आवासीय के तहत पक्के मकान मिले।लेकिन चन्द अधिकारी, प्रधान व प्रधान के दलाल ही इस योजना को कर रहे हैं मटियामेट।पात्र लाभार्थियों से डरा धमकाकर मिलने वाले आधे रुपये अधिकारियों को देने व पास कराने के नाम पर वसूल लेते है।
ऐसा ही एक मामला मनकापुर विकास खण्ड के ग्राम पंचायत बखरवा का सामने आया है।
आवास पाये हुये लाभार्थियों में से कुछ लाभार्थी मीडिया कर्मी से अपनी परेशानी बयां करते हुये बताया कि ग्राम प्रधान निर्मला देवी के पति इसके राजभर और उनके गुर्गे पहली किस्त आने पर बैंक के अंदर ही जबरन 20 हजार रुपये ले लेते है।कुछ लाभार्थियों ने बताया कि पैसा देने में जब असमर्थता व्यक्त की तो प्रधान पति व उनके गुर्गे धमकाते हुये कहते है कि अगर रुपया नही दोगे तो दूसरी क़िस्त रुकवा कर आवास का निर्माण नही करने देंगे ।इस बाबत गाव के कुछ लाभार्थियों ने सम्बंधित अधिकारियों से शिकायत भी की थी।लेकिन अभी तक न कोई जांच की गयी और न ही शिकायत का कोई निराकरण किया गया।जिससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि विभागीय अधिकारी भी इस मामले से अछूते नही है ।
महगाई के दौर में इतने कम पैसों में कैसे हो निर्माण
अपनो से ही शोषित हुये लाभार्थियों ने अपना दर्द बयां करते हुये कहा कि इस मंहगाई के दौर में आवास का निर्माण तो क्या पूर्ण रूप से दीवाल तक नही खड़ी हो सकती।उनका कहना है कि वर्तमान समय मे जब आवास निर्माण के लिये पहली किस्त 40 हजार जब आती है।तो प्रधानपति को 20 हजार देने के बाद हाथ मे बीस हजार बचती है।जिससे उससे नीव तक का निर्माण नही हो पाता ।तो इस स्थिति में आवास कैसे निर्माण हो पायेगा।
क्या कहते है जिम्मेदार
उपजिलाधिकारी अमरेश मौर्य ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है।जिसकी उच्चस्तरीय जांच करायी जायेगी।दोषी पाये जाने पर प्रधान के ऊपर मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
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