एक पक्ष के बाइक सवार आरोपियों ने दूसरे पक्ष के उखाड़े झंडे, गुस्सा
तनाव को देखते हुये भारी फोर्स तैनात, एसडीएम व सीओ समेत हुई पुलिस मुस्तैद
लालगंज / प्रतापगढ़।लालगंज कोतवाली क्षेत्र के खालसा सादात तिराहे पर मुहर्रम पर सातवीं के जुलूस तथा दुर्गा पाण्डाल मे विद्युत सजावट को लेकर दो पक्षों के बीच लगभग सप्ताह भर से बना गतिरोध बीती गुरूवार की रात तनाव मे तब्दील हो गया। गुरूवार की रात खानापटटी गांव मे हजरत हुसैन की शहादत पर मातमी व जलसे का आयोजन देर रात तक जारी रहा। इधर खालसा तिराहे पर दुर्गा पूजा पाण्डाल पर भी रात्रि करीब ग्यारह बजे आरती एवं प्रसाद वितरण भी सकुशल हो गया था। दोनो पक्षो मे त्यौहार को लकर रजामंदी के बावजूद तनाव के अंदेशे मे सीओ व कोतवाल भी पुलिस व पीएसी फोर्स के साथ रात्रि करीब साढ़े ग्यारह बजे डटे भी रहे और जब तिराहे पर शांति का माहौल नजर आया तो सीओ व कोतवाल लालगंज कस्बे मे निकल रही झांकियों की व्यवस्था संभालने यहां आ डटे।
हालांकि खालसा तिराहे पर पीएसी तैनात थी किंतु उपद्रवियों को कही से अफसरों के वहां से हटने का अंदेशा ही बवेले का सबब बन गया। इसके तहत देर रात दुर्गा पूजा पाण्डाल के समीप हो रही नौटंकी देखने काफी भीड़ वहां जमा थी। इस बीच बाइक सवार दर्जन भर से अधिक अज्ञात युवक आये और दूसरे पक्ष की बल्लियां तोड़कर झंडे उतार दिया। यहीं नही दूसरे पक्ष द्वारा तिराहे पर लगायी गयी एक होर्डिंग्स भी अज्ञात आरोपियों ने फाड़ दिया। घटना की सूचना तिराहे से लगे खालसा सादात तथा खानापटटी के लोगों को हुई तो गुस्साये लोग इधर से भी तिराहे पर आ जमंे। खालसा तिराहे पर दो पक्षों के बीच अचानक उत्पन्न तनाव की जानकारी मिलते ही चैक पर मौजूद कोतवाल बालेन्दु गौतम भारी फोर्स के साथ आनन फानन मे वहां डट गये। सूचना मिलते ही सीओ रमाकांत यादव और तहसीलदार ओमप्रकाश पाण्डेय, नायब तहसीलदार सुशील कुमार व सर्किल के अन्य थानाध्यक्ष भी देर रात तिराहे पर मुस्तैद हो उठे। हालांकि पुलिस एवं प्रशासन की तत्परता से दोनों पक्षों के बीच बवेला होते होते थम गया। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों की तलाश भी की किंतु शुक्रवार को दोपहर तक पुलिस के हत्थे एक भी आरोपी न लग सके। इधर दूसरे पक्ष के लोगों मे मातमी जुलूस के लिये बल्लियों तथा रोडलाइट मे तोड़फोड़ व झंडो को उतार देने से शुक्रवार केा पूरे दिन गुस्सा देखा गया। मातमी जुलूस व जलसे को करने वाले पक्ष मे फिलहाल अज्ञात आरोपियों को चिन्हित कर कार्रवाई न किये जाने तक मातमी जुलूस न निकाले जाने की चेतावनी दी है। इसे लेकर स्थानीय पुलिस प्रशासन के होश फाख्ता भी हो उठे दिख रहे है। गुरूवार की रात की घटना के मददे नजर शुक्रवार की सुबह से ही सीओ रमाकांत यादव, कोतवाल बालेन्दु गौतम, तहसीलदार ओमप्रकाश पाण्डेय, नायब तहसीलदार सुशील कुमार, खालसा तिराहे पर ही भारी पुलिस बल के साथ कैम्प कर रहे है। दोनों पक्षों के बीच तनाव की जानकारी मिलने पर जिले के डीएम और एसपी भी लगातार स्थानीय प्रशासन से स्थिति के बाबत जानकारी लेने की कवायद मे जुटे रहे। दरअसल खालसा तिराहे पर दुर्गा पूजा का पाण्डाल लगाया गया है। इस बार मोहर्रम का जुलूस नवरात्र मे ही होने से रोड लाइट को लेकर दोनों पक्षों मे सप्ताह भर से तनाव बना हुआ है। कोतवाली मुख्यालय पर गुरूवार को दिन मे दोनों पक्षों के बीच बातचीत के दौरान एक पक्ष ने दुर्गा प्रतिमा विसर्जन तक रात्रि मे मातमी जुलूस न निकाले जाने की रजामंदी दे दी। वहीं दूसरे पक्ष ने नवमी को रात मे रोडलाइट भी खुलवा लेने की सहमति जतायी। इसके पहले बीती 26 सितम्बर को कोतवाली मुख्यालय पर दोनों पक्षो के बीच दुर्गा पूजा तथा मोहर्रम के जुलूस को लेकर आपसी समझौता हो चुका था। इसे लेकर ही प्रशासन भी निश्चिंत देखा गया। लेकिन गुरूवार की देर रात अचानक अज्ञात युवकों द्वारा की गयी तोडफोड़ की घटना से इलाके मे तनाव बन गया। इस बाबत एसडीएम कोमल यादव का कहना है कि इलाके मे शांति बनी हुई है स्थिति पूरी तरह प्रशासन के नियंत्रण मे है। दोनों पक्षों मे से यदि किसी ने माहौल बिगाडने का प्रयास किया गया तो सख्त कार्रवाई होगी।
संवेदनशील तिराहे पर नौटंकी की अनुमति से उठा सवालिया निशान..?
खालसा तिराहे पर दुर्गा पूजा समारोह तथा मोहर्रम के जुलूस को लेकर तीन चार दिनों से अंदर ही अंदर देा पक्षो मे तनाव बना हुआ है। इसे भंापने के बावजूद खालसा जैसे संवेदनशील तिराहे पर नौटंकी की अनुमति देना प्रशासन के विवेक पर सवालिया निशान खड़ा कर जाता है। लोगों के मुताबिक दुर्गा पाण्डाल मे आरती तथा प्रसाद वितरण तक माहौल पूरी तरह शांत रहा। उधर खानापटटी गांव मे मातमी के जलसे मे तकरीर भी खामोशी के साथ जारी थी। एकाएक नौटंकी की भीड़ का फायदा उठाकर कुछ बाहरी युवक बाइक पर सवार होकर तिराहे आ पहुंचे और जब तक पुलिस कुछ समझ पाती उपद्रव कर चंपत हो गये। हालांकि दोनों पक्षो के समझदार लोग अभी भी खुद माहौल को शांत करने मे शुक्रवार को लगे दिखे। जबकि अज्ञात उपद्रवीतत्वों के कारनामों को लेकर लोगो मे गुस्से का माहौल देखा गया। अब प्रशासन के सामने आज शनिवार को दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन व कस्बे मे हजरत हुसैन साहब का मातमी जुलूस सकुशल निपटाना सीधी चुनौती बन आ खड़ी हुई है।
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