सत्येन्द्र खरे
प्रदेश सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी लापरवाह अधिकारी, कर्मचारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे है .ताजा मामला कौशाम्बी जिले का है, जहाँ स्वास्थ शिविर के नाम पर महज खानापूर्ति की गई .गर्भवती महिलाओं के लिए आयोजित शिविर स्वास्थ विभाग की लापरवाही के चलते अव्य व्यवस्थाओं की भेंट चड़ गया .
पूरे प्रदेश में .पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष को उत्साह पूर्ण माहौल में मनाया जा रहा है .खासकर बीजेपी सरकार विभिन्न आयोजनों के जरिये जनता को लाभान्वित भी कर रही है . कौशाम्बी जिले के मंझनपुर में भी मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय परिसर में गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ लाभ देने के उद्देश से शिविर का आयोजन किया गया था, लेकिन यह शिविर महज खानापूर्ति तक ही सिमट कर रह गया .शिविर में सबसे चौकाने वाली बात यह रही कि जिले भर से आई 350 गर्भवती महिलाओं के हैल्थ का चैकप करने के लिए कोई भी महिला डाक्टर नहीं थी .केवल ए. एन. एम.और नर्स के भरोसे ही शिविर संचालित हुआ .लापरवाही की हदें तब पार हो गई जब महिलाओं को चैकप के बाद उनको दी जाने वाली कैल्सियम और आयरन की गोलियां खत्म हो गई .शिविर के आयोजक भाजपा नेता व ब्लाक प्रमुख सिराथू को जब इस पूरे मामले की जानकारी हुई उन्होंने अधिकारियों पर सरकार को बदनाम करने का आरोप लगाया
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