सत्येन्द्र खरे
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के जनपद गोरखपुर में बच्चों की हुई मौत के बाद उनकी माँ की सिसकिया अभी खत्म भी नहीं हो पाई थी कि प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मोर्य के ग्रह जनपद कौशाम्बी में स्वास्थ महकमे की लापरवाही ने एक बार फिर मासूमों की मौत की खबर ने सभी को झकझोर कर रख दिया है | मामला जिला अस्पताल के एनआईसीयू वार्ड का है जहाँ देर रात बिजली कटौती के चलते इमरजेंसी हेल्थ सेवा अचानक बुरी तरह प्रभावित हो गई | नतीजा यह रहा कि आक्सीजन न मिलने के कारण एक बच्चें की मौत हो गई, जबकि एक अन्य बच्चें की हालत गंभीर है, उसे इलाहाबाद मेडिकल कालेज रिफर किया गया है | इस पूरी घटना में चौकाने वाली बात यह है कि वार्ड की तीमारदार एक माँ ने 3 बच्चों की मौत का खुलासा किया, तो वही जाँच को पहुचे प्रशासनिक अफसर एक बच्चे की मौत की ही पुष्टि कर अपनी नाकामी पर पर्दा डालने की कोशिस कर रहे है |
जिला अस्पताल के एनआईसीयू वार्ड में मचे हाहाकार की ये तस्वीरे इस बार गोरखपुर की नहीं है बल्कि यह तस्वीर कौशाम्बी जिले की है | अफरा-तफरी की तस्वीरे बता रही है कि अस्पताल में देर रात कुछ भी ठीक नहीं है | अस्पताल में बिजली गुल है जनरेटर नहीं चल रहा है | हालत यह है कि जिस एनआईसीयू वार्ड में 24 घंटे एयर कंडीसन चलना चाहिए वहां के बच्चो की माँ दम घुटने वाली गर्मी में अपने दुधमुहे बच्चो को हाँथ के फंखो के सहारे शांत कराये हुए है | मरता क्या न करता की हालत में अचानक 11 बजकर 30 मिनट पर वार्ड के एक बच्चे ने दम तोड़ दिया तो लोगो के सब्र का बांध जवाब दे गया और फिर हंगामा शुरू हो गया | अस्पताल के एनआईसीयू वार्ड में अपने बच्चे का इलाज करा रही रन्नो देवी का आरोप है कि वार्ड में सुबह से अब तक ख़राब बिजली के कारण हुयी आक्सीजन की कमी से 3 बच्चो की मौत हो चुकी है | जिसको अस्पताल के डाक्टरों ने जल्दी जल्दी वार्ड से बाहर निकाल कर अपने गुनाह पर पर्दा डाल दिया है |
जिला अस्पताल में बच्चो की मौत और हंगामे की आवाज़ तेज़ हुयी तो आवाज़ कुम्भकर्णी नीद सो रहे हेल्थ डिपार्टमेंट और प्रशासनिक अफसरों के कानो में पड़ी | 3 बच्चो की मौत से घबराया पूरा मेडिकल और प्रशासनिक महकमा जिला अस्पताल पंहुचा | अफसरों के पहुचते ही आनन फानन में बिजली और हेल्थ की इमरजेंसी सेवाए अपने आप आप ही पटरी पर आ गयी | कई घंटे की जाँच और उठा पटक के बाद जिला अधिकारी कौशाम्बी ने अपना बयान मीडिया को देते हुए बताया कि अस्पताल की सारी व्यवस्था दुरुस्त है केवल बिजली की व्यवस्था को छोड़ कर , जिसको बिजली के अधिकारी के साथ मिलकर दुरुस्त करा दिया जायेगा | बच्चो की मौत के सवाल पर डीएम कौशाम्बी ने सरकारी मुलाजिमो और डाक्टरों का बचाव करते हुए वार्ड में केवल एक ही बच्चे की मौत की बात को स्वीकार किया , लेकिन उसकी मौत का कारण भी वह अपने बयान में छुपाते नज़र आये | कार्यवाही सवाल पर डीएम कौशाम्बी मनीष कुमार वर्मा ने वार्ड की अटेंडर नर्स को सस्पेंड करने और ड्यूटी से गायब गार्ड पर ही कार्यवाही की बात करते रहे | हालाकि बाद में मीडिया के सवालों में उलझे डीएम साहब ने लापरवाह सीएमएस दीपक सेठ और प्रभारी डाक्टर अरविन्द कनौजिया पर भी विभागीय कार्यवाही करने की बात कही |
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