हत्या से पहले सामूहिक दुष्कर्म की भी आशंका
पुलिस ने कहा, डीएनए टेस्ट के बाद होगी कंकाल की शिनाख्त
सत्येन्द्र खरे
कौशाम्बी :बेरुआ गांव में रविवार सुबह दस दिन पहले गायब हुई किशोरी का झाड़ियों के बीच टुकड़ों में कंकाल मिला। घटना से इलाके में सनसनी फैल गई। हत्या से पहले गैंगरेप की भी आशंका जताई जा रही है। जघन्य वारदात से पीड़ित परिवार में कोहराम मच गया है।
चरवा इलाके के बेरुआ गांव का शारदा प्रसाद मजदूरी करके परिवार चलाता है। उसकी 14 वर्षीय बेटी रत्ना 30 अगस्त की सुबह खेतों की ओर शौच के लिए गई थी। इसके बाद लौटकर नहीं आई। दो सितम्बर को रत्ना की मां संजू देवी ने पड़ोसी गांव मोहसिनी निवासी बनवारी और उसके भतीजे संजय के खिलाफ बेटी को भगा ले जाने का मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही थी। इसी बीच रविवार सुबह बेरुआ गांव में ही आम की बाग के बीच झाड़ियों में एक कंकाल मिला। जिसमें शरीर का पूरा हिस्सा नहीं था। मौके पर पहुंचे रत्ना के परिजनों ने कपड़ा और पास में पड़ा लोटा देखने के बाद दावा किया कि शव रत्ना का ही है। परिवार वालों ने सामूहिक दुष्कर्म की भी आशंका जताई है। पुलिस ने पंचनामा करके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। कंकाल की शिनाख्त के लिए पुलिस डीएनए कराने की बात कह रही है। सनसनीखेज वारदात से पीड़ित परिवार के सदस्यों की रो-रोकर हालत खराब है।
इनका कहना है
रमेन्द्र सिंह-इंस्पेक्टर, चरवा का कहना है कि आधा-अधूरा कंकाल मिला है। डीएनए से पहले ये नहीं कहा जा सकता कि वह किसका है। एक परिवार के लोग शव अपनी बेटी का होने की बात कह रहे हैं। डीएनए टेस्ट से पहले इस मामले में कुछ भी बोलना ठीक नहीं होगा।
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