सत्येन्द्र खरे
प्रदेश सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी लापरवाह अधिकारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे है .ताजा मामला कौशाम्बी जिले का है, जहाँ फसली ऋण माफी योजना का प्रमाण पत्र देने आए प्रदेश के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी जब मंच से सीधे किसानो से रूबरू थे और वह अपनी सरकार की उपलब्धियों को इनते हुए किसानो को खेती में अच्छे उत्पादन का तरीका समझा रहे थे उसी वक्त मंच पर बैठे जिले के मुख्य विकास अधिकारी डी के दोहरे कुर्सी पर ही बैठे खर्राटे भर रहे थे |
मुख्य विकास अधिकारी की तश्वीरें मीडिया कर्मी अपने कैमरे में कैद करते रहे, लेकिन मुख्य विकास अधिकारी डी. के. दोहरे पर नीद इस कदर हावी थी, कि उन्हें मंत्री जी किसानो को क्या बता रहे है और उन्हें किस तरह से उन्हें फालो करना है यह सब बाते उनकी नींद के कारण हवा हवाई है ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि यदि अधिकारी सार्वजनिक मंचो पर ऐसी हरकत करी तो प्रदेश सरकार के उस वादे का क्या होगा जिसमें सरकार दावा करती है कि सब का साथ सब का विकास l
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