राकेश गिरी
बस्ती । जनपद न्यायाधीश अनिल कुमार पुण्डीर की अध्यक्षता में जनपद न्यायालय के सभागार में हिन्दी दिवस का आयोजन किया गया। गोष्ठी का शुभारम्भ जिला जज श्री पुण्डीर द्वारा माॅ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। इस अवसर पर गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए जिला जज पुण्डीर अपने सम्बोधन में कहा कि न्यायिक कार्यो में अब अंग्रजी के जगह हिन्दी का प्रयोग बखूबी हो रहा है। उन्होने कहा कि हिन्दी दिवस मनाये जाने का उद्देश्य यह है कि न्यायिक कार्यो में हिन्दी का अधिकाधिक प्रयोग किया जाय, इससे जहाॅ न्यायपालिका की गरिमा बढेंगी वही वादियों एंव प्रतिवादियों को न्यायिक कार्यो को समझने में मदद मिलेगी। आयोजन के मुख्य अतिथि हिन्दी के विद्वान प्रो0 डाॅ0 मुकेश मिश्रा ने कहा कि निश्चित रूप से पूरे दुनिया में आज हिन्दी भाषा की बेहतरीन प्रगति देखी जा रही है। आज विश्व के 175 से अधिक विद्यालयों मंे हिन्दी पढ़ाई जा रही है। उन्होंने ‘सम्पूर्णानन्द के कथन‘ हिन्दी ही एक ऐसी भाषा है जिससे विविधताओं को जोड़ा जा सकता है को उद्धृत करते हुए कहा कि वर्ष 2000 से लेकर अबतक हिन्दी भाषा के विकास में काफी प्रगति हुयी है। उन्होने हिन्दी भाषा के प्रयोग से आपसी समन्वयता एवं सुविधा के विभिन्न बिन्दुओ पर गहरायी से अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर अधिवक्ता सर्वश्री अयोध्या प्रसाद शुक्ला, भारतभूषण शर्मा, धु्रव चन्द्र पाण्डेय, टीएन लाल, गोपाल चन्द्र पाण्डेय, न्यायाधीश कृपा शंकर शर्मा, सौरभ द्विवेदी सहित कई वक्ताओ ने हिन्दी के विकास एवं उसके व्यवहारिक पहलू पर अपने विचार व्यक्त किये।
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