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बलरामपुर:विधुत अभियंता व वकीलों का विवाद गहराया


अभियंता संघ वकीलों की गिरफ्तारी व एसडीएम सदर तथा सीओ सिटी को हटाने पर अड़ा
20 सितंबर से कार्य बहिष्कार की दी चेतावनी
अखिलेश तिवारी 
बलरामपुर । विद्युत अभियंता संघ व अधिवक्ताओं के बीच विवाद गहराता जा रहा है । 19 सितंबर को अघोषित विद्युत कटौती को लेकर अधिवक्ताओं ने धरना प्रदर्शन के दौरान अधिशासी अभियंता जयपाल सिंह परिहार व एसडीओ योगेश कुमार सिंह के साथ अभद्रता करते हुए उनकी पिटाई कर दी थी । जिसके बाद से ही विद्युत विभाग के कर्मचारी व अधिकारी काफी आक्रोशित हैं । जिले से लेकर प्रदेश मुख्यालय तक सभी लामबंद हो चुके हैं और आर-पार की लड़ाई का एलान करते हुए विद्युत व्यवस्था ठप करने की भी चेतावनी दे डाली है । ऐसी स्थिति में जिला प्रशासन के लिए गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है । इसी बीच अधिवक्ता संघ ने भी कोतवाली नगर में तहरीर देकर अधिशासी अभियंता के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने की मांग की है तथा मुकदमा दर्ज ना होने पर धरना प्रदर्शन की भी चेतावनी दी है । वकीलों की चेतावनी के बाद कलेक्ट्रेट परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया और बड़ी संख्या में पीएससी वह पुलिस बल तैनात कर दी गई है । हालांकि मंगलवार की देर शाम तक अधिवक्ता संघ की ओर से कोई जापन नहीं दिया गया है ।
       
              जानकारी के अनुसार 19 सितंबर को वकीलों द्वारा अधिशाषी अभियंता के साथ किए गए मारपीट से आक्रोशित उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद अभियंता संघ, राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन, उत्तर प्रदेश विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन व उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारी संघ ने सामूहिक रुप से आज शाम जिलाधिकारी से मिलकर उन्हें ज्ञापन दिया । जिसमें एसडीएम सदर प्रकाश गुप्ता व सीओ सिटी नितेश सिंह के निलंबन की मांग की है साथ ही नामजद अधिवक्ताओं के विरुद्ध गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुए अधिवक्ताओं के अन्य सहयोगियों सहित तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है । इसके अलावा चेतावनी भी दी है कि यदि 20 सितंबर तक कार्यवाही नहीं हुई और गिरफ्तारी नहीं की गई तो सभी विद्युतकर्मी कार्य बहिष्कार कर देंगे तथा विद्युत व्यवस्था ठप कर देंगे । अधिवक्ता संघ की ओर से कोतवाली नगर में अधिशाषी अभियंता के विरुद्ध तहरीर दी गई है । संघ की और से कमलेश्वर सिंह ने बताया कि कोतवाल नगर ने मुकदमा दर्ज करने से मना कर दिया है । जिसके बाद अधिवक्ताओं में काफी रोष है और इसके लिए आगे की रणनीति तय की जा रही है ।

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