सत्येन्द्र खरे
यूपी के कौशाम्बी जिले में इन दिनों सोशल मीडिया पर वाइरल वीडियो ने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया है | इस वाइरल वीडियो ने एक जीते-जागते स्वस्थ दिखने वाले आदमी को जानवरों के तबेले में उन्ही की तरह मोटे पेड़ के तने से मोटी-मोटी लोहे की जंजीरों से बांध कर रखा गया है | वीडियो में साफ़ तौर पर देखा जा सकता है कि किस तरह से एक इंसान को उसके पैरो में जंजीरे डाल कर खुले आसमान के नीचे भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है | इंसानी जिन्दगी को झगझोर देने वाली इन तस्वीरो को ज़रा गौर से देखिये .......क्योकि इन तस्वीरो की आगे की कहानी आपको सोचने को मजबूर कर देगी कि आखिर क्यों जीते-जी जंजीरों में जकडे इस इंसान के आपको ने ही इसे आखिर क्यों ये सजा दी है ......
बताया जा रहा है कि जानवरों के बीच पेड़ से जंजीरों में जकड़ा गया शख्स का नाम हीरा लाल अग्रहरी है | हीरा लाल पेसे ने व्यापारी है और वह मंझनपुर थाना इलाके के दीवार कोतारी गाव का रहने वाला है |जिसको यह सजा उसके खुद के बच्चो और पत्नी ने दी है | हीरा लाल की पत्नी लक्ष्मी का कहना है कि उसका पति पागल हो चुका है | जो उस पर और बच्चो पर जानलेवा हमला करता है | कभी कभी तो हीरा लाल खुद की भी जान लेने की कोशिस कर चुका है | अभी हाल में ही उसने खुद को आग लगा कर मारने की कोशिस की है | लक्ष्मी ने बिना कैमरे के सामने आये बताया कि क्या करे यही हीरा लाल को पैरो में जंजीरे न बंधी जाय तो बच्चो और उसकी जान को खतरा है | जिसके कारण उन्होंने यह कदम उठाया है |
क्या है इस वाइरल वीडियो का सच
कौशाम्बी के मुख्यालय मंझनपुर से महज 5 किलोमीटर की दूरी बसा है एक गाव नसुल्लापुर | इसी गाव के एक घर में पिछले 8 दिनों से हीरालाल अग्रहरी अपने ही घर में जानवरों की तरह पेड़ से जानवरों के बीच जंजीरों में जकड कर रखा गया है | मीडिया को जब इस वाइरल वीडियो की जानकारी हुयी तो पड़ताल करते हुए हम भी मौके पर पहुचे | अन्दर का नज़ारा देख हमें एक इंसान को जंजीरों में कैद देख दया आ गई, लेकिन हीरालाल के बच्चो और पत्नी लक्ष्मी में हमें उसके पास भी जाने से रोक दिया | इसके पीछे का कारण घर वालो ने बताया कि हीरालाल की दिमागी हालत ठीक नहीं है जिसके कारण उसे पिछले 8 दिनों से उसके पैरो में जंजीरे डाल कर रखा गया है | हीरालाल को मानसिक बीमारी की हालत में जानवरों के बीच उन्ही की तरह खाने को रोटी चावल और पीने को पानी दूर से ही दिया जाता है |
हीरालाल की पत्नी लक्ष्मी की बातो पर यकीन करे तो हीरा लाल 10 दिन पहले तक एकदम स्वस्थ था, लेकिन अचानक गाव के एक डाक्टर कहे जाने वाले शख्स सीता राम और उसके कुछ साथियों ने रुपये लेन-देन का आरोप लगा कर उसके लाखो की लागत से बने मकान पर अपना ताला जड़ दिया | ताला लगाये जाने के बाद उसके 3 बेटियों और 5 बेटे समेत पत्नी दाने दाने को तरसने लगे | हीरा लाल की पत्नी लक्ष्मी का आरोप है कि उसके पति और झोला-छाप डाक्टर सीता राम ने एक साथ मिलकर गैर सरकारी स्वयं सहायता समूह बनाया था, जिसमे वह 50 लोगो को जोड़ कर 5 लाख का कैस व्यापार किया करते थे | 8 दिन पहले गाव के ही डाक्टर सीता राम अपने साथियों के साथ उसके घर पहुचे और हीरा लाल से रुपये के लेन-देन को लेकर झगडा करने लगे और फिर अचानक सभी को घर से बाहर निकाल कर पूरे मकान में ताला लगा कर चले गए | घर और ग्रहस्ती में ताला लाने के कारण पूरा परिवार सड़क पर आ गया | बच्चे स्कूल कालेज पढाई के लिए नहीं जा पा रहे है ...इतना ही नहीं घर का अनाज भी ताला लगे मकान के अन्दर होने के कारण पूरा परिवार खाना खाने के लिए दूसरो के रहमो करम पर आश्रित है | फिलहाल पूरा परिवार अपने एक रिश्तेदार के घर में शरण लिए हुए है |
लक्ष्मी अग्रहरी के आरोपों की सच्चाई की पड़ताल करते हमने आरोपी शख्स डाक्टर सीता राम के पास पहुचे | सीता राम ने पहले तो कैमरा हाँथ में देखते ही किसी तरह की बात से ही इनकार कर दिया | काफी समझाने के बाद डाक्टर सीता राम अपने कई साथियों के साथ हमसे बात करने को तैयार हुआ | लक्ष्मी अग्रहरी के आरोपों पर जब हमने सीता राम से सवाल किया तो उसने बताया कि हीरा लाल, जिसे लोग गाव में हीरा महाजन के नाम से लोग जानते है उसने गाव के लोगो के साथ मिलकर गैर सरकारी स्वयं सहायता समूह खोला था , जिसमे 5 लाख रुपये का कैश ट्रांजेक्सन 50 लोगो के बीच सदस्यों की जरुरत के हिसाब से किया जाता था, लेकिन हीरा लाल पिछले 2 महीने से रुपयों का कोई हिसाब सबके सामने देने नहीं आता था और पूछने पर इधर-उधर की बात कह कर रुँपये देने की बात से इनकार कर देता था |
सीता राम हीरा लाल के घर में जबरन ताला लगाने वाला शख्स
जंजीरों में कैद इंसान के मामले पर जब हमने कौशाम्बी के प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारियों से बात करने की कोशिस की तो उन्होंने जाँच से पहले कुछ भी कहने और बोलने से ही मना कर दिया |
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