सत्येन्द्र खरे
कौशांबी : लगातार हिदायत के बाद भी ग्राम पंचायत सचिव शौचालय निर्माण को लेकर लापरवाह बने हैं। ग्राम पंचायत के खाते में धन भेजे जाने के बाद भी निर्माण पूरा न करने के मामले को सीडीओ ने गंभीरता से लिया है। सीडीओ के निर्देश के बाद डीपीआरओ ने चायल व मूरतगंज ब्लाक क्षेत्र के सभी पंचायत सचिव का वेतन शौचालय निर्माण पूरा न होने तक रोकने का आदेश दिया है।
जिले को 31 दिसंबर तक ओडीएफ घोषित किया जाना है। इसको लेकर जिलाधिकारी के साथ ही सीडीओ व डीपीआरओ लगातार प्रयास कर रहे हैं। प्रयास के बाद भी गांव में तैनात कर्मचारी शौचालय निर्माण को लेकर सजग नहीं है। इसका परिणाम यह रहा है कि चार माह पहले ग्राम पंचायतों के खाते में शौचालय निर्माण की धन राशि भेजी गई थी। जिसका अब तक प्रयोग नहीं हो सका। प्रभारी सीडीओ डीके दोहरे ने शुक्रवार की शाम मूरतगंज व चायल विकास खंड के अधिकारियों की समीक्षा बैठक की। जिसमें पाया गया कि मूरतगंज के 12 व चायल के आठ ग्राम पंचायत सचिव की ओर से धन भेजे जाने के चार माह बीतने के बाद भी शौचालय का निर्माण पूरा नहीं कराया गया। उन्होंने सभी के वेतन रोके जाने का निर्देश दिया। सीडीओ के निर्देश के बाद डीपीआरओ ने सभी कर्मचारियों वेतन रोक दिया।
काम पूरा न होने तक नहीं होगा भुगतान
डीपीआरओ कमल किशोर ने बताया कि चायल ब्लाक में 7,444 शौचालय के निर्माण के लिए 89,328,000 रुपये की धनराशि भेजी गई है। इसी प्रकार मूरतगंज ब्लाक क्षेत्र में 4,746 शौचालय के लिए 56,952,000 रुपये की धनराशि खाते में डंप है। दोनों ब्लाक क्षेत्रों के 20 ग्राम पंचायत सचिव ने चार माह से खाते में धन होने के बाद भी शौचालय निर्माण नहीं किराया। शौचालय निर्माण पूरा न होने तक सभी का वेतन रोक दिया गया है।
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