प्रतापगढ़ :कुण्डा तहसील के अन्तर्गत स्थित विकास खण्ड बाबागंज का जिलाधिकारी शरद कुमार सिंह द्वारा निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने विकास खण्ड बाबागंज में उपस्थित पंजिका और मासिक प्रगति समीक्षा पंजिका का अवलोकन किया। अवलोकन में सहायक लेखाकार ओंकारनाथ सिंह के प्रामाणिक हस्ताक्षर उपस्थित पंजिका में नही थे जिसे संज्ञान में लेते हुये जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी निरंकार मिश्रा को सहायक लेखाकार ओंकारनाथ सिंह के माह अगस्त 2017 का वेतन रोकने तथा स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने आवास के विषय में जानकारी ली तो खण्ड विकास अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि वर्ष 2016-17 के लाभार्थियो को पहली किस्त जारी की जा चुकी है जिसमें से 7 लाभार्थियों को अभी पहली किस्त नही भेजी गयी है। जिसके लिये जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किय कि आवास निर्माण में पारदर्शिता एवं गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाये। जिलाधिकारी ने सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) से ओ0डी0एफ0 घोषित किये गये ग्राम पंचायतों के विषय में जानकारी ली तो बताया गया कि ग्राम पंचायत मनगढ़, काजीपुर कुसेमर, बदगंवा, पूरेकिशुनी, रायपुर भरखी, मालाधर छत्ता, पनाहनगर, परशुरामपुर, पूरेमसवन में शौचालय निर्माण का कार्य चल रहा है। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि शेष बचे हुये शौचालयो का निर्माण कार्य भी तत्काल प्रभाव से पूर्ण कराया जाये।
निःशुल्क बोरिंग के विषय में जब जिलाधिकारी ने बोरिंग तकनीकी सहायक राम अंजोर पाण्डेय से जानकारी ली तो उन्होने बताया कि 50 बोरिंग का लक्ष्य था जिसके सापेक्ष 25 बोरिंग करायी जा चुकी है, शेष अभी 25 बाकी है, जिसके लिये जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि बोरिंग में किसी प्रकार की शिथिलता क्षम्य नही की जायेगी। ग्राम झिंगूर निवासी सुनील कुमार दूबे ने ग्राम पंचायत झिंगुर के प्रधान के खिलाफ ग्राम झिंगुर में अपात्रो को आवास देने तथा तालाब की खुदाई किये जाने के लिये शिकायती प्रार्थना पत्र दिये, शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि इस सम्बन्ध में मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी को भी शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया है परन्तु अभी तक कोई कार्यवाही नही की गई जिसे संज्ञान में लेते हुये जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि उक्त प्रकरण की जांच करायी जायेगी। विकास खण्ड में भवनों की जर्जर स्थिति को देखते हुये कहा कि राज्य वित्त आयोग की पहली किस्त से प्राथमिकता के आधार पर जर्जर भवनो का जीर्णोद्धार कराने के साथ-साथ जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी निरंकार मिश्र को कड़े शब्दो में चेतावनी देते हुये निर्देशित किया कि अपने कार्यो के प्रति लापरवाही न करे अन्यथा की स्थिति में अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के लिये मुझे बाध्य होना पड़ेगा, साथ ही यह भी निर्देशित किये कि विकास खण्ड परिसर में उचित स्थानो पर छायादार तथा फलदार वृक्ष लगवाये जाये और जन सुनवाई में किसी तरह की लापरवाही क्षम्य नही की जायेगी।
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