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यूपी के इस जिले में धड़ल्ले से बिक रहा नेपली गुटखा, पढ़े पूरी खबर


नित्यम श्रीवास्तव
बहराइच। उत्तर प्रदेश के नेपाली सीमा से सटे जिला बहराइच में इण्डो-नेपाल बॉर्डर के थाना क्षेत्र रुपईडीहा से होकर जिले में दाखिल हो रहा नेपाली गुटखा। अदालत के निर्देश पर तंबाकू युक्त गुटखे पर भले ही रोक लग गई है, लेकिन अब पान मसाला बेचने वालों ने नया जुगाड़ खोज निकाला है। अब नेपाल के रास्ते विभिन्न ब्रांडों वाले तंबाकूयुक्त गुटखा बाजार में आ रहा है।

खासतौर से सीमावर्ती क्षेत्रों में उसे खुलेआम बेचा भी जा रहा है, बावजूद इसके अधिकारी कोई कार्रवाई करते नजर नहीं आ रहे हैं। खुले तौर पर नेपाली गुटखा बेचने की एक बानगी रुपईडीहा, नानपारा और नवाबगंज इलाकों में देखने को मिली। जहाँ नेपाल से आया हुआ मेघाश्री समेत आधा दर्जन से अधिक ब्रांड के नेपाली मसाले दुकान दर दुकान में बिकते नज़र आ रहे है । 

बताते चले इण्डो-नेपाल के रुपईडीहा बॉर्डर भारत-नेपाल की खुली सीमा के नाम से भी मशहूर है। इस बॉर्डर को स्मगलरों का गढ़ भी माना जाता है। यूँ तो कहने को बॉर्डर की सुरक्षा में तैनात एस०एस०बी० के साथ कस्टम व लोकल थाने की पुलिस इलाके में गिद्धो की तरह दिन-रात निगरानी करती है। वही दूसरी ओर इन निगहबनो के नाक के नीचे धड़ल्ले से बॉर्डर के आस-पास इलाके सहित पूरे रुपईडीहा क्षेत्र में बिक रहा है नेपाली गुटखा। ज्ञात हो कि विगत माह उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर पान मसाला, गुटखा का पाउच प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। बावजूद इसके माननिय उच्चतम न्यायालय के निर्देशों को दर-किनार कर सीमावर्ती क्षेत्र समेत अन्य स्थानों पर नेपाली गुटखा समेत की बिक्री धड़ल्ले से बेरोकटोक ज़ारी है।


कब-कब पकड़ा गया नेपाली गुटखा


(1) पहली बड़ी खेप 24 सितम्बर 2015 एसएसबी ने पांच लाख रुपये के नेपाली गुटखा और सुपारी की खेप के साथ दो तस्करों को दबोचा। तस्कर नेपाल में बिकने वाले गुटखे की खेप और डेढ़ क्विंटल डली को मैजिक (यूपी 40 टी 2184) पर लादकर भारतीय सीमा में प्रवेश कर रहे थे।तस्करों द्वारा गाड़ी पर लदा 318 थैला नेपाली गुटखा, डेढ़ क्विंटल डली भारतीय सीमा में लंघ्या जा रहा था जिसकी कीमतगुटखा और डली की कीमत लगभग पांच लाख रुपये से अधिक थी। एस०एस०बी० 7वीं द्वारा की तस्करी करने वाले नानपारा निवासी राजू और गुलालपुरवा निवासी मुबारक अली को भी गिरफ्तार किया गया।



(2) 7 नवम्बर 2015 बहराइच में सातवीं वाहिनी एसएसबी (रूपईडीहा) के जवानों ने एक बोलेरो से भारी मात्रा में नेपाली गुटखा 'मेघाश्री' बरामद कर नानपारा कस्टम के सुपुर्द किया।

रुपईडीहा एसएसबी बीओपी के उपसेनानायक पी.एन. सिंह ने एक पुलिस मोनोग्राम लगी बोलेरो (यूपी 40 टी 1137) तस्करी के माल को लादकर बॉर्डर पिलर नंबर 31 व 32 के बीच से होती हुई बड़ी तेजी से बाबागंज की ओर जा रही गाड़ी का पीछाकर बाबागंज स्थित नरैनापुर गांव के पास पकड़ा मौके से गाड़ी में बैठा तस्कर और ड्राइवर फरार हो गए।  गाड़ी की जब तलाशी ली गई तो उसमें 832 पैकेट नेपाली गुटखा बरामद हुआ।


(3) 2 मार्च 2017 एस०एस०बी० की गश्ती टीम ने नोमेंस लैंड पर भ्रमण के दौरान पिलर संख्या 31  पर एक तस्कर को आठ बोरों से 408 पैकेट गुटखा पकड़ा गया। बरामद गुटखे की खेप सीज कर आरोपी समेत कस्टम के सुपुर्द कर दिया गया है।


(4) 14 जनवरी 2017 एसएसबी की एफ कंपनी 42वीं बटालियन के जवानों ने दो तस्करों को पकड़ा जो नेपाल की ओर से साइकिल पर बोरे लादकर सीमा पार करते दिख रहे थे। इस दौरान तलाशी लेने पर जवानों को इस दौरान जवानों को 16 बोरों में 816 पैकेट नेपाली गुटखा मिला था।

क्या है नेपाली गुटखे की पहचान


इन पर नेपाली भाषा में सूतिर् प्राणघातक हा, तंबाकू बाट क्यांसर हुन्छ लिखा हुआ है। सुतीर्ले ज्यान लिन्छ आदि नेपाली भाषाओं का प्रयोग इन गुटखों पर साफतौर पर लिखा है। दो से ढाई रुपये की कीमत में यह बाजारों में बिक रहा है।
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