पल्लवी त्रिपाठी
महराजगंज:अभी मुख्यमंत्री ने जिले में कुछ आला अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारी न निभाने का एहसास दिलाया निलंबित कर के फिर भी नही सुधरे कुछ दिग्गज अधिकारी और प्रभारी मन्त्री रमापति शास्त्री को ही दिखा डाला अपनी मनमानी |
जब केंद्र और प्रदेश में भाजपा सरकार है और उनके प्रभारी मंत्रियों की ये सुनवाई है तो जनता की हालत कितनी बद्दतर होगी इसका अंदाजा मुख्यमंत्री के द्वारा नियुक्त प्रभारी मन्त्री के कार्यक्रम से लगा लेना बुद्धिमता है।
सरकार के 'माननीय मंत्री जी' भी गजब करते हैं। ज़मीनी हकीकत का अंदाजा लगाये बिना कर बैठते है उल्टे-सीधे ऐलान..नतीज़ा जनता के बीच जमकर पीट रही है भद, 'सरकार' की। सरकार के मंत्रियों और जिला प्रशासन के बीच कैसा तालमेल है इसका अंदाजा इस बात से सहज लगाया जा सकता है कि प्रभारी मंत्री रमापति शास्त्री बुधवार को जनपद के दौरे पर थे। मंत्री जी ने अफसरों को इस बात के सख्त निर्देश दिये कि बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हुए महराजगंज-फरेन्दा मार्ग को हर हाल में 24 घंटे के अंदर चालू करा दिया जाये। यह खबर स्थानीय अखबारों की सुर्खियां भी बन गयीं लेकिन ये क्या हुआ?.. चंद घंटे के अंदर जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी कर दी कि एक सप्ताह के लिए इस मार्ग पर चार पहिया वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
महराजगंज प्रशासन की एडवाइजरी
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या 'माननीय मंत्री जी' ने सिर्फ सुर्खियां बटोरने के लिए, बिना ग्राउंड जीरो की पड़ताल किये, बिना अफसरों से फीडबैक जाने.. इस तरह के हवा-हवाई निर्देश दे डाले? या फिर वाकई में 'प्रभारी मंत्री' की अपने जिले के अफसरों पर कोई पकड़ नही है? सच्चाई चाहे जो हो लेकिन इस सबसे सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है। जनता औऱ विपक्ष भी इस सुनहरे पल का खूब लाभ उठा रही है और सरकार की तो .....खूब मज़ाक बना रही है वैसे ये वही मंत्री हैं जो पिछले दौरे पर GST का फुल-फार्म भी नही बता पाये थे।
कल जैसे ही 'मंत्री जी' के कदम पीडब्ल्यूडी के रेस्ट हाउस पर पड़े वैसे ही बिजली गुल हो गयी और काफी देर तक जनरेटर तक स्टार्ट नही हो सका। अब जनता खुद ही चर्चा कर रही है कि सरकार के 'माननीय मंत्री जी' की जिले के 'अफसरों' पर कितनी अच्छी 'पकड़' है?
और मुख्यमंत्री और अध्यक्ष महोदय शाह जी के फरमान को कितने बखूबी से निभा रहे हैं इसका सीधा प्रमाण प्रभारी मन्त्री महराजगंज जिले के हैं।
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