धार दार और प्रखर वक्ता के रूप में लोकप्रिय
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में लगातार धार दार नेतृत्व के अकाल से जूझ रही समाजवादी पार्टी को कामरेड अभिषेक तिवारी के रूप में एक जमीनी राजनीति करने वाला नेता मिल गया है जो निश्चित रूप से पार्टी को गांव -गिराव से लेकर शहर कस्बो तक मजबूती प्रदान करेगा !
अभी तक मुख्य धारा की राजनीति से अलग हटकर एक वाम पंथी जुझारू नेता की पहचान रखने वाले अभिषेक तिवारी ,अपनी सरलता और मृदुभषिता के चलते जिले ही नहीं बल्कि प्रदेश भर में छात्रों और छात्र नेताओ के बीच खासे लोकप्रिय रहे !
सन १९९९ में एस एफ आई से छात्र राजनीति से शुरुवात करने वाले अभिषेक तिवारी ,पहले संगठन के जिला अध्यक्ष और बाद में प्रदेश बने ! जिले में छात्र राजनीति को एक नया आयाम दिया और पहली बार सन २००३ में एस ऍफ़ आई का प्रदेश सम्मलेन जिले में करवाया जिसमे सुभाषिनी अली और कल्लोल राय जैसे मुख्य वाम पंथी विचारको ने हिस्सा लिया !
जिले के समस्याओ और छात्रो के हितो के लिये लगातार संघर्ष किया और कई बार जेल भी गए ! शहर में बिजली की समस्या से लेकर कानून व्यवस्था के खिलाफ संघर्ष में पुलिस की लाठिया तक खायी लेकिन कभी पीछे नहीं हटे! उनकी सरपरस्ती में जिले में कई छात्र नेतृत्व का प्रादुर्भाव हुआ ,जिसमे से कई नेता आज अहम् पार्टियों में अपना अपना किरदार निभा रहे है !
जहाँ आज की राजनीति मौका परस्त और स्वार्थी तत्वों से भरी पड़ी है ,वही ये सख्श हमेशा गरीबो और दबे कुचले लोगो के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ा नजर आया ! छात्र राजनीति के दौरान कई बार गरीब छात्रों की फीस से लेकर उनके कॉपी किताब तक की व्यवस्था खुद अपने पैसो से की !
जिले में वैसे तो पैसो और रसूख के बल पर तो तमाम नेता मौजूद है लेकिन अभिषेक तिवारी जैसा जमीनी, संघर्ष शील और युवाओ में लोकप्रिय नेता शायद ही कोई हो ! यह निश्चित तौर पर सपा और उनके कार्यकर्ताओ के लिए सुखद और गरिमामयी पल है ,की उनके बीच में एक ऐसा वयक्तित्व वाला नेतृत्व आ गया है जो निश्चित तौर पर जिले के हर वर्गों में पार्टी को लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचाने का माद्दा रखता है !
संतोष तिवारी
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