सतेन्द्र खरे
यूपी के कौशाम्बी जिले में सरकारी सस्ते गल्ले की दूकान के आवंटन की खुली बैठक अचानक जंग का मैदान बन गई | दूकान का लाइसेंस हासिल करने वाले दो पक्षों ने एक दूसरे पर गड़बड़ी का आरोप लगा कर मार-पीट शुरू कर दिया | पीएसी और पुलिस बल की मौजूदगी में हुयी इस मारपीट में पुलिस ने पहले तो लोगो को समझाने का प्रयास किया , लेकिन एक दूसरे की जान लेने पर आमादा लोगो का विवाद को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठी-चार्ज कर हंगामा कर रहे लोगो को दौड़ा दौड़ा कर पीटा | अफरा-तफरी के बाद लोगों ने किसी तरह वहां से भागकर अपनी जान बचाई। दोनों पक्ष के लोगों ने एक दूसरे के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी।
टेंवा गांव में कोटे की दुकान का आवंटन होना था। गांव के पांच लोगों ने इसके लिए आवेदन किया। एक ने अपने आवेदन को लेकर कोई दस्तावेज नहीं दिया। जिसके कारण जितेंद्र कुमार सिंह अनिल सोनी, वैष्णवी व रेखा देवी के बीच ही खुली बैठक में कार्रवाई होनी थी। अधिकारी बैठक शुरू करते इससे पहले की जितेंद्र कुमार, अनिल सोनी ने वैष्णवी को अपना समर्थन दे दिया। आरोप है कि तीन लोगों के एक साथ होने के बाद चौथे प्रत्याशी रेखा देवी को लगा की वह खुली बैठक में हार जाएगी।
जिसके कारण उनके समर्थकों ने विरोध किया। इसको लेकर दोनों पक्ष के लोगों के बीच मारपीट हो गई। वह एक दूसरे को पीटने लगे। इसकी जानकारी वहां तैनात पीएसी कर्मियों को हुई तो उन्होंने लोगों को समझाने का प्रयास किया। बात बढ़ती देख किसी ने इसकी जानकारी पुलिस को दे दी। सूचना के साथ ही मंझनपुर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। हालत बेकाबू होते देख पुलिस वालो ने हंगामा कर रहे लोगो को लाठी चार्ज कर पीटा | इस घटना में महिलाओं सामने कई लोगो को चोट आई है |
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