सतेन्द्र खरे
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के गृह जनपद में कस्तूबा गाँधी आवासीय बालिका विद्यालय में दलित छात्राओं और टीचर से भेदभाव का सनसनीखेज मामला सामने आया है | आरोप स्कूल की वार्डेन पर लगा है | दलित बच्चियों से भेद-भाव की शिकायत करने पर भी बेसिक शिक्षा अधिकारी के लापरवाही भरे रवैये से नाराज़ स्कूल की दलित टीचर और चपरासी से अपना इस्तीफ़ा बीएसए को सौप दिया है | इस पूरे मामले की जानकारी मिलने के बाद जिला अधिकारी कौशाम्बी ने पूरे मामले की मजिस्ट्रेटी जाँच शुरू कर दी है |
कौशाम्बी के जिला मुख्यालय मंझनपुर में डीएम ऑफिस से सटा हुआ है, कस्तूरबा गाँधी आवासीय बालिका विद्यालय मंझनपुर | यह स्कूल आज उस समय सुर्खियों में आ गया जब स्कूल की अंग्रेजी पढ़ने वाली दलित टीचर जया भारती और चपरासी अजय कुमार ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के दफ्तर में पहुंच कर अपना इस्तीफ़ा बीएसए महाराज स्वामी मौर्या को सौप दिया | इस्तीफ़ा दिए जाने के बाद टीचर और चपरासी ने स्कूल की इंचार्ज वार्डेन मोदिता शुक्ला पर बच्चियों को जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर बुलाने और दलित बच्चियों से पूरे स्कूल के कमरों में झाड़ू लगवाए जाने का आरोप लगाया | टीचर जया का आरोप है कि उसने जब बच्चियों से होने वाले भेद-भाव की आवाज़ उठाई तो वार्डेन ने उसे भी जाति आधारित बाते बोलकर प्रताड़ित करना शुरू कर दिया |
स्कूल के अंदर पिछले एक हफ्ते से जारी सामंतोवादी व्यवस्था के खिलाफ आज बच्चियों टीचर और चपरासी ने एक सुर में आंदोलन छेड़ दिया | टीचर जया के इस्तीफ़ा दिए जाने के बाद बच्चियों ने स्कूल परिसर में हंगामा शुरू कर दिया | स्कूल में हंगामा होता देख डीएम कौशाम्बी तुरंत हरकत में आ गए | उन्होंने पूरे मामले की जाँच मजिस्ट्रेट से करने का निर्देश जारी कर दिया | निर्देश के साथ ही उन्होंने अतिरिक्त मजिस्ट्रेट लाल जी मिश्रा को स्कूल में भेज कर पूरे घटना क्रम का विस्तृत जानकारी तलब की | जाँच करने पहुंचे मजिस्ट्रेट लाल जी मिश्रा ने स्कूल में सभी बच्चियों टीचर और वार्डेन से बात की | तकरीबन 3 घंटे की जाँच के बाद स्कूल से बाहर निकले अतिरिक्त मजिस्ट्रेट लाल जी मिश्रा ने मीडिया से बात करते हुए सिर्फ इतना ही कहा कि बच्चियों टीचर और वार्डेन के बयान ले लिए गए गई | रिपोर्ट डीएम कौशाम्बी को दी जाएगी इसके बाद ही कुछ कहना सही होगा |
कस्तूरबा गाँधी आवासीय बालिका विद्यालय मंझनपुर में बच्चियों से जाति आधारित उत्पीड़न की जानकारी मिलते ही स्कूल में पढ़ने वाली दलित बच्चियों के माता पिता भी उनका हाल जानने उनके पास पहुंचने लगे है | अपनी बच्ची से मिलने पहुंची एक महिला गार्जियन ने मीडिया से बात करते हुए वार्डेन पर आरोप लगाया और कहा कि यदि उनके बेटियों के साथ इस तरह का भेद भाव किया जायेगा तो वह स्कूल से अपने बेटी का नाम कटा कर घर लेकर चली जाएगी |
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