राकेश गिरी
बस्ती। भारतीय किसान यूनियन मण्डलीय पदाधिकारियों की बैठक मण्डल अध्यक्ष सुभाष चन्द्र किसान की अध्यक्षता और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीवान चन्द्र चौधरी की उपस्थिति में शिविर कार्यालय पर सम्पन्न हुई। बैठक में बाढ की वीभिषिका, बकाया गन्ना मूल्य भुगतान, फसल सुरक्षा क्षतिपूर्ति, बिजली संकट आदि मुद्दांे पर विचार किया गया। निर्णय लिया गया कि यदि केन्द्र और प्रदेश की सरकार ने किसान समस्याओं का प्रभावी निराकरण न कराया तो अक्टूबर माह में निर्णायक किसान आन्दोलन छेड़ा जायेगा।
बैठक को सम्बोधित करते हुये भाकियू राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीवान चन्द्र चौधरी ने कहा कि किसानों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। केन्द्र की मोदी सरकार किसानों की आमदनी दो गुना करने की बात कर रही है किन्तु स्थिति ये है कि किसानों की हालत दयनीय होती जा रही है। किसानों के आत्महत्याओं का प्रतिशत बढ रहा है, इसके लिये केन्द्र और राज्य सरकारों की किसान विरोधी नीतियां जिम्मेदार हैं। आवाहन किया कि संगठन को मजबूत कर किसान अपने हक के लिये राष्ट्र व्यापी आन्दोलन शुरू करें तभी समस्याओं का हल निकलेगा।
भाकियू की मण्डलीय बैठक को सुभाष चन्द्र किसान, शोभाराम ठाकुर, दिवान चन्द पटेल, वेणी माधव तिवारी आदि ने सम्बोधित किया। बैठक में बाढ पीड़ितों के साथ सौतेला व्यवहार, सहयोग, संसाधन के न पहुंचने, गन्ना मूल्य बकाया भुगतान, सभी सरकारी अस्पतालों में साप एवं जहरीले जानवरों के काटने की दवा उपलब्ध कराये जाने आदि का मुद्दा छाया रहा।
बैठक में मो. रफीक, महेन्द्र कुमार चौधरी, रामनवल किसान, मार्तेन्दु प्रताप सिंह, राम मनोहर चौधरी, आर.पी. चौधरी, जयराम वर्मा, रामचन्दर सिंह, जर्नादन प्रसाद मिश्र, ब्रम्हादीन किसान, इश्तियाक अहमद, आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे
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