अखिलेश तिवारी
बलरामपुर । जिले में खाद्यान्न की कालाबाजारी रुकने का नाम नहीं ले रही है । गरीबों के लिए आने वाला सरकारी अनाज पर कोटेदार व साहूकार लगातार डाका डाल रहे हैं । ताजा मामला कोतवाली देहात क्षेत्र के ग्राम बेला से जुड़ा हुआ है जहां पर 80 बोरी सरकारी राशन का गेहूं कालाबाजारी करने ले जाते समय ग्रामीणों ने पकड़ लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया । कहीं ना कहीं यह गोरखधंधा विभागीय मिलीभगत के सहारे चल रहा है । इस मामले में भी विभाग लीपापोती करने का प्रयास कर रहा है । सरकारी गल्ला सरकारी बोरे में पकड़े जाने के बावजूद विभागीय अधिकारी जांच कर कारवाई की बात कर रहे हैं । जबकि गांव के लोग चीख चीख कर कह रहे हैं की कोटेदार आयशा खान प्रत्येक माह में आने वाला सरकारी गल्ला थोड़ा-बहुत बांटते हैं और अधिकांश बेच लेती हैं । रंगे हाथ पकड़े जाने के बावजूद कारवाई करने में हीलाहवाली से विभाग की कार्यशैली पर सवालिया निशान लग रहा है । जिला पूर्ति अधिकारी बृजेश मिश्रा का कहना है कि गांव में पूर्ति निरीक्षक को भेजकर जांच करा रहे हैं और जांच में जो भी तथ्य सामने आएगा उसके आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।
जानकारी के अनुसार तहसील क्षेत्र तुलसीपुर के ग्राम सभा बेला में गरीबों के लिए बांटने के लिए आने वाले सरकारी अनाज को कोटेदार द्वारा बेचे जाने की शिकायत काफी दिनों से आ रही थी । ग्रामीणों को उनका हक न मिलने से काफी नाराजगी थी और ग्रामीण अपनी शिकायत ग्राम प्रधान से बराबर कर रहे थे । ग्राम प्रधान नीलम यादव ने कोटेदार आयशा खातून को कई बार हिदायत भी दी । हिदायत के बावजूद उन्होंने राशन की कालाबाजारी बंद नहीं की जिसके बाद ग्रामीणों ने 80 बोरा गेहूं बाजार बेंचने ले जाते समय ट्रैक्टर-ट्राली सहित पकड़कर कोतवाली देहात पुलिस के हवाले कर दिया । प्रधानपति राम भवन यादव ने बताया की कोटेदार आयशा खातून प्रत्येक माह गरीबों को बांटने के लिए आने वाला अनाज अपने करीबियों को देकर शेष अनाज बाजार में भी देती हैं । कई बार उनसे शिकायत भी की गई समझाने का प्रयास किया गया । उसके बावजूद उन्होंने गोरख धंधा बंद नहीं किया । ग्रामीणों की बार-बार शिकायत के बाद भी जब सुधार नहीं हुआ तो आक्रोश और बढ़ता गया । गुरुवार की रात जब कोटेदार के घर से सरकारी गेहूं लोड हो रहा था उसी समय कुछ ग्रामीणों ने निगरानी करना शुरू किया और जब ट्राली पर लोड होकर बाजार के लिए रवाना हुआ उसी समय गांव पर ही ग्रामीणों ने ट्राली ट्रैक्टर को पकड़ लिया । घटना की सूचना पुलिस को दी गई जिसके बाद मौके पर पहुंची कोतवाली देहात पुलिस ने ट्राली ट्रैक्टर व अनाज सहित कोतवाली देहात ले आई । पूरे मामले की जानकारी पूर्ति विभाग को दी गई जिसके बाद सीधे कारवाही करने के बजाए विभागीय अधिकारियों ने जांच करने के बाद कार्रवाई करने की बात कही । बेला निवासी रामनरेश, मनीराम, राम भवन, गुरु लाल यादव, छबील, मनोज कुमार, राजाराम, हीरालाल, संतोष, गंगाराम, बच्छराज, राममनोहर, कैलाश व गुरु प्रसाद सहित तमाम ग्रामीणों ने सामूहिक रुप से कोतवाली देहात में तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की है । उधर जिला पूर्ति अधिकारी बृजेश मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गांव में पूर्ति निरीछक को भेजा गया है और जांच कराई जा रही है । जांच के बाद जो भी सामने तथ्य आएगा उसके आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी । किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा ।
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