अखिलेश तिवारी
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जनपद में गत 10 दिनों से बाढ़ की विनास लीला जरी है । बाढ़ से जन जीवन अस्त व्यस्त हो चुका है । जिला प्रसासन के तमाम प्रयासों के बावजूद सभी बाढ़ प्रभवित गांव तक राहत सामग्री बराबर नहीं पहुँच पा रही है । जिले के दो तहसीलों बलरामपुर सादर तथा तुलसीपुर के छेत्रों से बाढ़ का पानी कम हो चूका है वहीँ उतरौला तहसील में मोहन जोत, मटीयरिया ,कर्मा , बाघा जोत , किलौली , लाल नगर , विरदा, बनिया भारी , केवटली, पाली, पाला ,भटपुरवा ,महुआ धनी, सहित 100 से अधिक गांव अभी भी बाढ़ की पानी से घिरे हैं। प्रशासन द्वारा राहत कार्य जारी है । लोगों को नावों द्वारा सुरछित स्थानों पर पहुचाया गया है । यद्दपि गाँव वालों का आरोप है की प्रशासन राहत कार्य में देरी कर रहा है। ADM शिव पूजन ने बताया की छेत्र की भौगोलिक स्थिति विषम होने से दिक्कत हो रही है लेकिन हर प्रभावित गाँव में राहत सामग्री पहुंचाया जा रहा है। जिले में बाढ़ से अब तक 17 लोगों की मृत्यु हो चुकी है । राप्ती नदी खतरे के निशान से नीचे आ गयी है जिससे बलरामपुर सदर और तुलसीपुर तहसील में बाढ़ की स्थिति में काफी सुधार हुआ है । लेकिन उतरौला तहसील में अभी पानी का दबाव बना हुआ है। राप्ती नदी का जलस्तर अभी भी चेतावनी बिंदु से 50 सेमी ऊपर है ।
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