प्रतापगढ़:लालगंज। तहसील बार एसोषिएसन के पूर्व अध्यक्ष धनंजय मिश्र की जघन्य हत्या की वारदात मे तीन महीने से अधिक बीत जाने के बाद खुलासा न होने पर बुधवार को डीएम के तहसील दिवस मे वकीलो ने जमकर हंगामा काटा। यहां तक की वकीलो के डीएम एसपी वापस जाओ के नारे को लेकर प्रषासनिक अफसरो और वकीलो मे तीखी झड़प भी हो गयी। वकीलो की सभागार के गेट पर आधे घंटे से अधिक नारेबाजी सुनकर सर्किल के सभी थानाध्यक्ष भारी फोर्स के साथ तुरंत मुस्तैद भी हो उठे। हालांकि अफसरो के नरम रूख के तहत वकील ज्ञापन देने डीएम एसपी के पास पहुंचे। तब डीएम ने यह कहकर कि आप हमे वापस जाने के नारे लगा रहे है तो क्या हम वापस चले जाय। इस पर वकीलो का भी तेवर चढ़ गया यहां तक कि बार के पूर्व अध्यक्ष ज्ञान प्रकाष षुक्ल ने डीएम और एसपी से वकीलो के ज्ञापन पर खानापूर्ति किये जाने का भी खुला आरोप मढ़ा। जिलाधिकारी षरद सिंह की पहल पर संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष देवी प्रसाद मिश्र की अगुवाई मे सौपे गये ज्ञापन मे वकीलो ने धनंजय हत्याकांड को लेकर उच्चस्तरीय पुलिस टीम गठित किये जाने की मांग की। इस पर एसपी षगुन गौतम ने वकीलो को बताया कि उनके स्तर पर इस हत्याकांड की स्वयं मानीटरिंग की जा रही है और जल्द सही आरोपी पुलिस की गिरफ्त मे होगें। वकीलो ने तहसील मुख्यालय पर पेयजल हेतु पानी की टंकी के अभी तक मरम्मत न होने व डीएम के आदेष के बावजूद चकबंदी कार्यालय के तहसील मुख्यालय पर संचालन न होने तथा तहसील माॅडलाइजेषन के कार्यो मे गुणवत्तता की कमी पर भी डीएम का ध्यान दिलाया। इस पर डीएम ने सप्ताह भर के भीतर कार्रवाई कराये जाने का आष्वासन दिया। इस मौके पर उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह, महामंत्री संदीप सिंह, हरिषंकर द्विवेदी, संतोश पाण्डेय, टीपी यादव, प्रवीण यादव, संतोश सिंह, विनय षुक्ल, कमलेष तिवारी, प्रमोद सिंह, विनोद मिश्रा, राजेष तिवारी, षिवाकांत उपाध्याय, सुषील षुक्ल, दिनेष सिंह, रामलगन यादव, दीपेन्द्र तिवारी, संजय सिंह, अनिल महेष, रामंिककर षुक्ल, अखिलेष द्विवेदी, षेश तिवारी, घनष्याम मिश्रा, आदि अधिवक्ता रहे।
शिकायतों के निस्तारण मे मातहतो की लापरवाही पर चढ़ा डीएम का पारा
लालगंज तहसील दिवस मे एक ही षिकायत को लेकर कुछ फरियादियो के बार बार प्रार्थनापत्र सौपने व मातहतो द्वारा षिकायतो के निस्तारण मे लापरवाही देख डीएम षरद सिंह बुधवार के तहसील दिवस मे अफसरो को जमकर फटकार लगायी। नाराज डीएम ने एसडीएम को पीड़ित की षिकायत के निस्तारण की कार्रवाई को लेकर फौरी समीक्षा के तहत उन्हें सीधे सप्ताह भर के भीतर रिर्पेाट सौंपे जाने के कड़े निर्देष दिये। डीएम ने अफसरों से साफ कहा है कि पीड़ित की समस्या का समाधान तभी माना जायेगा जब फरियादी स्वयं संतुश्ट दिखेगा। जिलाधिकारी ने अफसरों को सभी षिकायतो को मौके पर जाकर ही निस्तारण के निर्देष दिये। उन्होने स्वयं भी षिकायतो के निस्तारण को लेकर किसी भी फरियादी से सीधे वार्ता के जरिये हकीकत खंगालने की भी मातहतो को चेतावनी दी। जिलाधिकारी के पूरे तहसील दिवस मे अफसरो की लापरवाही को लेकर नाराजगी देख मातहत अफसर हलाकान भी दिखे। वहीं लोगो की पुलिस से जुड़ी षिकायतो की सुनवाई करते हुये एसपी षगुन गौतम ने सीओ समेत सर्किल के थानाप्रभारियों को भी निस्तारण के बाबत कर्रा किया। एसपी ने थानो मे लोगो की षिकायतो की सुनवाई नियमित किये जाने को लेकर भी थाना प्रभारियो को डंाटा फटकारा। तहसील दिवस मे बुधवार को भी सार्वजनिक चकमार्गो, तालाबी अराजी की जमीनो व थानो मे एफआईआर न लिखे जाने जैसी षिकायतो की भरमार देखी गयी। इस मौके पर एडीएम सोमदत्त मौर्य, सीआरओ रामसिंह वर्मा, एसडीएम अभय पांडेय, डीआईओएस बृजेष मिश्रा, अधिषाशी अभियंता विद्युत ओपी मिश्रा, सीओ रमाकांत यादव, सीडीपीओ अनुपम मिश्रा, आदि रहे। गौरतलब है स्वाधीनता दिवस होने के कारण मंगलवार को होने वाले जिलास्तरीय तहसील दिवस यहां बुधवार को होने के बावजूद फरियादियो की लंबी कतार देख अफसर पसीने से तर बतर हो उठे भी नजर आये।
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