Type Here to Get Search Results !

Bottom Ad

बलरामपुर :शिक्षामित्र ने खुद को किया आग के हवाले,बचाने आई पत्नी की भी मौत


अखिलेश तिवारी

बलरामपुर ।  सर्वोच्च न्यायालय द्वारा शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द किए जाने के बाद शिक्षामित्र काफी परेशान नजर आ रहे हैं । फैसला आने के बाद से ही शिक्षा मित्रों द्वारा आत्महत्या किए जाने की खबर भी लगातार मिल रही है । ताजा मामला जनपद बलरामपुर के थाना सादुल्लाह नगर के गांव नवादा से जुड़ा है नेवादा निवासी शिक्षामित्र अब्दुल वहीद न्यायालय के फैसले के बाद से काफी परेशान था और बीती रात उसने अपने कमरे में खुद को आग के हवाले कर दिया । पति को जलते देख उसकी पत्नी अजबुल निशा उसे बचाने के लिए दौड़ी । बचाते समय वह गिर गई और बुरी तरह जख्मी हो गई । सोर सुनकर दौड़े परिजनों ने दोनों को आनन फानन में स्वास्थ्य केंद्र सादुल्लानगर पहुंचाया । जहां पर डॉक्टरों ने अजबुल निशा को मृत घोषित कर दिया तथा शिक्षामित्र अब्दुल वहीद को गोंडा के लिए रेफर कर दिया । गोंडा पहुंचने पर इलाज शुरू हुआ ही था कि उसकी मौत हो गई । इस घटना के बाद से ही शिक्षामित्र काफी आक्रोशित हैं  । इससे पहले गैंसड़ी  शिक्षा क्षेत्र की एक महिला शिक्षा मित्र की सदमे से मौत हो चुकी है ।

            जानकारी के अनुसार थाना सादुल्लाह नगर क्षेत्र के गांव नवादा में गुरुवार की रात एक शिक्षामित्र की संदिग्ध परिस्थितियों में जलने से मौत हो गई तथा उसकी पत्नी के सर में चोट लगने से उसी दौरान मौत हो गई । इस पूरे घटना के बाद जहां एक ओर परिवार में कोहराम मचा हुआ है वही गांव में मौत के कारणों पर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं । बताया जा रहा है कि मृतक शिक्षामित्र अब्दुल वहीद शिक्षा क्षेत्र उतरौला के प्राथमिक विद्यालय अलावलपुर में बतौर सहायक अध्यापक तैनात थे और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद समायोजन रद्द होने पर अगले निर्णय का इंतजार कर रहे थे । मृतक शिक्षामित्र के पुत्र असजद ने बताया के गुरुवार की रात उसके पिता अब्दुल वहीद तथा माँ अजबुल निशा घर के बरामदे में सोए थे तथा वह और उसकी बहन छत के ऊपर सोए हुए थे । आधी रात के बाद नीचे कुछ खटपट की आवाज सुनाई दी जिससे उतरकर नीचे आया तो देखा कि उसके पिता अब्दुल वहीद जल रहे हैं तथा मां अजबुल निशा नीचे बेहोश पड़ी हैं । यह नजारा देखकर सन्न रह गया तथा  शोर मचाना शुरू किया । तभी उसके पिता जलते हुए घर से बाहर भागे और पास के एक मस्जिद में घुस गए   शोर सुनकर आसपास के लोग भी दौड़कर आए और जलते हुए आग को किसी तरह बुझाया  तब तक वह बुरी तरह जल चुके थे । गांव वालों की मदद से एंबुलेंस बुलाई गई और एंबुलेंस की सहायता से दोनों को स्वास्थ्य केंद्र सादुल्लानगर ले जाया गया । जहां पर डॉक्टरों ने अजबुल निशा को मृत घोषित कर दिया तथा शिक्षा मित्र अब्दुल वहीद को गोंडा के लिए रेफर कर दिया । आनन फानन में परिजन अब्दुल वहीद को लेकर गोंडा जिला चिकित्सालय पहुंचे जहां इलाज शुरू होते ही उनकी मौत हो गई  । मां-बाप दोनों की एक साथ मौत से बच्चों का रो रो कर बुरा हाल है तथा परिजन भी काफी सहमे हुए हैं । मौत को लेकर गांव में तरह-तरह की कयास  लगाई जा रही है । कुछ लोग इसे नौकरी जाने का भय बता रहे हैं । मृतक के भाई अब्दुल मजीद ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद जब उन्हें पता चला शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द कर दिया गया है तभी से वह काफी परेशान रहते थे । आज की यह घटना कैसे हुई उसके बारे में उन्होंने कुछ जानकारी ना होने की बात कही । उनका कहना है कि वह दूसरे घर पर रहते हैं । रात को जब शोर सुना तब दौड़कर आए उस समय उनका भाई अब्दुल वहीद बुरी तरह जल रहा था । गांव वालों की मदद से बुझाया गया तथा एंबुलेंस की सहायता से अस्पताल पहुंचाया गया जहां उसकी मौत हो गई । इस पूरे मामले पर पुलिस उपाधीक्षक उतरौला इंद्रजीत सिंह का कहना है लाश को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेजा गया है । मृतक के भाई अब्दुल मजीद की तहरीर पर मामला दर्ज कर छानबीन शुरु कर दी गई है ।
Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad



 




Below Post Ad

5/vgrid/खबरे