गोंडा: गुरुवार को ग्राम रोजगार सेवकों ने ब्लाक के मुख्य द्वार पर ताला बंद कर आंशिक धरना पर बैठे, और अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित नौ सूत्रीय ज्ञापन प्रभारी खण्ड विकास अधिकार को सौंपा।
ग्राम रोजगार सेवक संघर्ष समिति के बैनर तले गुरुवार को ब्लाक स्तरीय संचालन समिति के सदस्य सुधीर कुमार तिवारी के अगुआई में दर्जनों ग्राम सेवकों ने गुरुवार को ब्लाक मुख्यालय मनकापुर के मुख्य द्वार पर ताला बंद कर आंशिक रूप से दो घंटे तक धरना पर बैठे रहे। समयानुसार रोजगार सेवकों ने दोपहर बारह बजे मुख्यमंत्री को संबोधित नौ सूत्रीय ज्ञापन प्रभारी खण्ड विकास अधिकारी एडीओ आइएसबी सीता पति राम मिश्रा को सौंप दिया। दिए गए ज्ञापन में मांग है कि पंचायती राज विभाग उप्र शासन द्वारा 14वां वित्त आयोग योजनान्तर्गत प्रस्तावित पंचायत सहायकों की भर्ती पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाया जाय तथा इस पद हेतु निर्धारित कार्य मे ग्राम रोजगार सेवकों से योगदान लिया जाय।
मनरेगा योजना लागू होने के उपरांत नवसिर्जित व सीमा विस्तार वाली नगर निकायों में शामिल हो चुके ग्राम पंचायतों के ग्राम रोजगार सेवकों को रिक्त ग्राम पंचायतों में ग्राम रोजगार सेवक के पद पर समायोजित किया जाय।
रोजगार सेवकों को ग्राम पंचायतों से नियंत्रण मुक्त करके फर्जी प्रस्ताव के आधार पर पदयुत्त किए गए रोजगार सेवकों को बहाल किया जाय तथा एक ग्राम पंचायत से दूसरी ग्राम पंचायत में स्थानांतरित किया जाय।
महगाई में हुई भारी वृद्ध के दृष्टगत समूह ग के राज्य कर्मचारियों के समान वेतन स्केल लागू किया जाय।
रोजगार सेवकों के जॉब चार्ट में मनरेगा के अतिरिक्त अन्य कार्यों को जोड़ कर योगदान लिया जाय।
मानव संसाधन व अन्य सुविधाओं की पूर्ति के लिए सेवा नियमावली बनाई जाय। वित्त वर्ष 2016-17 के प्रारंभ से अब तक लंबित बकाया मानदेय का तत्काल भुगतान कराया जाय। राज वित्त आयोग, चौदहवाँ वित्त आयोग को मनरेगा से अभिसरित करने हेतु मुख्य सचिव ,उप्र शासन द्वारा जारी किए गए शासनादेश 16 मई 2017 को प्रदेश के भिन्न भिन्न जनपदों में संबंधित अधिकारीयों द्वारा मनचाहा व्यख्या करके शासनादेश को मूल रूप से लागू नही किया गया अतः इसे समस्त जनपदों में लागू किया जाय।
ग्राम रोजगार सेवक संघर्ष समिति द्वारा शासन को चेतावनी दी है, कि यदि सरकार द्वारा ससमय संज्ञान नही लिया गया तो प्रदेश के ग्राम रोजगार सेवक आगामी 5 सितंबर को प्रदेश के सभी जनपदीय मुख्यालयों पर "ग्राम रोजगार सेवक जागरूकता रैली" तथा 12 सितंबर को लक्ष्मण मेला मैदान लखनऊ में "ग्राम रोजगार सेवकों की अधिकार रैली व अनिश्चित कालीन धरना" करने को बाध्य होंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। धरना में दीपक कुमार सिंह, हरीश कुमार पांडेय, हेमा मौर्या, पूनम देवी, अजय कुमार पांडेय, वीरेंद्र कुमार मौर्य, आनंद कुमार त्रिपाठी, अरुण कुमार सिंह, सीमा वर्मा, संगीता सिंह, रानू सिंह, विशाल श्रीवास्तव शामिल रहे।
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