अमेठी. देश में हर तरफ आज़ादी के तराने गूंज रहे हैं, लाल किले से पीएम तो राजधानी लखनऊ से सीएम आज़ाद भारत की 71 वीं वर्षगांठ पर महिलाओं के हित की बात कर गए। लेकिन अमेठी के मुसाफिरखाना कोतवाली क्षेत्र दबंगों द्वारा रेप के इरादे से बालिका पर अटैक करना और नाकाम होने पर कान काटने के मामले में पुलिस का कृत्य ये कि पीडिता की मां को 500 की नोट पकड़ा कर बोली जाओ जाकर इलाज करा लो मुकदमे के चक्कर में न पड़ो। ये कहा जा सकता है कि देश में अमेठी की महिलाएँ अभी आज़ाद नहीं हुई हैं।
मौके पर पहुंची डायल 100 टीम ने धमकाया
जानकारी के अनुसार मुसाफिरखाना कोतवाली अंतर्गत दबंगों ने नाबालिग बालिका से छेड़छाड़ की कोशिश किया, इरादे में नाकाम होने पर दबंगों ने उस पर हमला करते हुए उसका कान ही काट लिया। इस मामले में पीडिता की मां तहरीर लेकर कोतवाली मुसाफिरखाना पहुंची। यहां उसने पुलिस को बताया कि 13 अगस्त को दिन में मेरी पुत्री अपने पुराने घर पर राशन लाने गई थी तभी गांव के उदय सिंह पुत्र मृत्युंजय सिंह ने अपने साथी कालीचरण और दयाराम के साथ हमला किया। कामयाब न होने पर चाकू से पुत्री का कान काट लिया। पीड़ित ने जब डायल 100 पर फोन किया तो आधे घंटे बाद पुलिस पहुंची, पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया है और उल्टा पीड़िता को ही गाली देने लगे और डराया-धमकाया। पीड़िता ने बताया कि उदय सिंह पुत्र मृत्युंजय सिंह कई बार पीड़ित को मार चुके है। ये कोई नई घटना उसके साथ घटित नहीं हुई है।
कोतवाली में नहीं हुई सुनवाई
हैरत तो इस बात पर है के जब इसके बाद जब पीडिता की मां तहरीर लेकर कोतवाली पहुंची तो न ये के सरकारी निर्देश के अनुसार पीडिता को कोतवाली में बैठाकर पानी पिलाया जाता बल्कि इंचार्ज ने 500 की नोट हाथों में पकड़ा दिया। बोला जाकर इलाज करा लो मुकदमे के चक्कर में मत पड़ो वरना परेशान हो जाओगी।
आला अधिकारियों के संज्ञान में नहीं मामला
फिलहाल इस मामले में एएसपी बलरामाचारी दूबे से जब बातचीत किया गया तो उन्होंने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। अगर पीडित उन तक पहुंची तो निश्चित ही उसे न्याय दिलाया जाएगा।
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