मनकापुर गोंडा :उप जिलाधिकारी मनकापुर कुर्सी का मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं |जिससे शासन के आदेश की अवहेलना तो हो ही रही है | साथ ही यह भी कहा जा रहा है एसडीएम का स्थानांतरण सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों के मात का खेल बना है | अब कौन जीते ? कौन हारे ? आम जनता में चर्चा का विषय बना है |
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश शासन के नियुक्त विभाग के अनुभाग 3 सचिव संजय कुमार ने 14 सितंबर 2019 को जनपद के दो डिप्टी कलेक्टरों का जनहित में स्थानांतरण किया था | जिसमें तरबगंज तहसील के एसडीएम संगम लाल यादव और मनकापुर के एसडीएम बृजेश कुमार प्रसाद को शासन के निर्देश में स्थानांतरण आदेश तत्काल प्रभाव से लागू करने के क्रम में बिना स्थानी का इंतजार किए कार्यकालक अधिकारी जिलाधिकारी गोंडा डॉ नितिन बंसल से अवमुक्त करने की अपेक्षा करते हुए स्थिलता पर विभागीय कार्यवाही की चेतावनी दी गई थी | तरबगंज तहसील के अधिवक्ता व क्षेत्रीय विधायक के विरोध के बाद संगम लाल यादव डिप्टी कलेक्टर गोंडा को जनपद रामपुर के लिए मुक्त कर दिया गया | नवागत डिप्टी कलेक्टर रमेश कुमार को उपजिला अधिकारी तरबगंज नियुक्त किया गया | वही मनकापुर तहसील के एसडीएम और नायब तहसीलदार मदन मोहन गुप्ता को ना तो मुक्त किया जा सका और ना ही अभी तक स्थानांतरण का आदेश निरस्त हुआ है | जिससे अधिकारियों के कार्य करने की मन: स्थिति पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं | चर्चा है कि किसी अधिकारी का बिना कोई कारण बताएं स्थानातंरण न करने के जनविरोधी अधिकार का फायदा उठाकर जनप्रतिनिधियों द्वारा अपने अनियमित कार्यों को अधिकारियों से कराने की परिपाटी सी बनती जा रही है| कहीं ऐसा तो नहीं कि ऐसे ही सत्ता पक्ष के किसी जनप्रतिनिधि द्वारा उप जिलाधिकारी मनकापुर के स्थानांतरण में अंकुश लगाने के कारण ही उच्चाधिकारी मनकापुर एसडीएम को अवमुक्त करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं |
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