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भूकंप के झटकों से सहमे लोग, घरों से सड़कों पर पहुंचे



आनंद गुप्ता 

पलियाकलां-खीरी।मंगलवार की दोपहर अचानक शहर सहित क्षेत्र में हड़कंप मच गया। हड़कंम का कारण दोपहर को तीव्रता से आया भूकंप था। भूकंप के आते ही लोग अपने घरों और दुकानों से भाग खड़े हुए और रोड़ों पर आ पहुंचे। कुछ सेकेंडों में एक-एक कर दो बार भूकंप के झटकों से लोग सहन उठे। मंगलवार की दोपहर 2:50 मिनट पर पलिया सहित आसपास क्षेत्र में तेजी के साथ भूकंप के झटके लोगों को महसूस हुए। भूकंप के झटकों के मद्देनजर लोग अपने घरेलू और दुकानों से बाहर सड़कों पर आ पहुंचे। 2: 51 मिनट पर पूरी तरह से भूकंप के झटके शांत हुए तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।

तीन राज्यों में कांपी धरती

भूकंप के झटके से भारत, नेपाल और चीन की धरती हिली। इस भूकंप से उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड की धरती हिली। लोगों में घबराहट फैल गई। लोग अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल पड़े। भूकंप से बोतलों में रखा पानी और पंखे हिलने लगे। लोग अपनी बचत के उपाय ढूंढने लगे।देश की राजधानी दिल्ली में मंगलवार दोपहर बाद भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.6 रही। भूकंप का केंद्र नेपाल में था। यूपी में भी भूकंप के झटके महसूस हुए हैं। जिसकी तीव्रता 5.5 मापी गई है।

क्यों आता है भूकंप

बताया जाता है कि धरती मुख्यत: चार परतों से बनी हुई है। इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मेनटल कोर को लिथोस्फेयर कहा जाता है। अब ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है, जिन्हें टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है। यानि धरती की ऊपरी सतह 7 टेक्टोनिक प्लेटों से मिलकर बनी है। ये प्लेटें कभी भी स्थिर नहीं होतीं। ये लगातार हिलती रहती हैं। जब ये प्लेटें एक दूसरे की तरफ बढ़ती हैं तो इनमें आपस में टकराव होता है। कई बार ये प्लेटें टूट भी जाती हैं। इनके टकराने से बड़ी मात्रा में ऊर्जा निकलती है, जिससे इलाके में हलचल होती है। कई बार ये झटके काफी कम तीव्रता के होते हैं, इसलिए ये महसूस भी नहीं होते। जबकि कई बार इतनी ज्यादा तीव्रता के होते हैं, कि धरती फट भी जाती है।

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