घाघरा नदी के आगे बेबस दिख रहा बाढ़ खंड,कटान रोकने के लिए योजना बनाई
बंशीबेली में रुका कटान,पौंड पुरवा में हुआ शुरू
कमलेश
धौरहरा-लखीमपुरखीरी:धौरहरा क्षेत्र के कैरातीपुरवा में घाघरा नदी द्वारा लगातार हो रहे कटान में पिछले चार दिनों डेढ़ दर्जन घर नदी के आगोश में शमा गए चुके है।
नदी का रुख देखकर ग्रामीण गांव छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे है। वहीं बाढ़ खंड द्वारा अबतक कटान रोकने के किए गए प्रयास बेकार साबित हो रहे है।
वहीं नदी का रुख देखकर अब बाड़खण्ड स्थाई कटान रोकने के लिए अलग से परियोजना बनाने का काम शुरू कर दिया है।
धौरहरा क्षेत्र के कैरातीपुरवा ग्राम सभा मे घाघरा नदी रविवार से लगातार कटान कर रही है। पिछले चार दिनों में डेढ़ दर्जन घरों को नदी ने अपने आगोश में ले लिया।
जिसको देख डरे सहमे ग्रामीण अपने घरों को समेंटकर सुरक्षित स्थानों पर पलायन करने को विवश दिख रहे है।
वहीं बाढ़ खंड द्वारा अब तक कटान रोकने के किये गए प्रयास असफ़ल साबित हुए है जिसको देखकर बाढ़ खंड के एई स्थाई कटान रोकने की परियोजना बनाने में जुट गए है।
बंशी बेली में रुका कटान,पौंड पुरवा निशाने पर
कैरातीपुरवा के मजरा बंशी बेली में आधा दर्जन घरों को काटने के बाद घाघरा का रुख अब पौंड पुरवा की तरफ चला गया है जहां करीब एक दर्जन घरों को काटकर नदी ने दहशत फैला दी है।
यहाँ भी लोग अपने घरों को स्वयं तोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने को मजबूर हो गए है। हाल ही में पप्पू , सतेन्द्र ,गुड्डू ,अनिल कुमार,सुनील व फूलन के घर नदी में शमा गए। जिसको लेकर गांव में अफ़रातफ़री का माहौल बना हुआ है।
एई बाढ़ खंड ने कहा,स्थाई कटान रोकने की बनाई जा रही परियोजना
कैरातीपुरवा में हो रहे अलग अलग कटान के सम्बंध में बाढ़ खंड के एई अब घाघरा नदी द्वारा किए जा रहे कटान को स्थाई रूप से रोकने के लिए अलग से परियोजना बनाई गई है जिनको जल्द ही अमल में लाकर हो रहे कटान को रोका जाएगा।
इस बाबत एई बाढ़ खण्ड शारदा नगर एच आर वर्मा ने बताया कि"स्लोप कटवाकर कटान रोकने का प्रयास किया जा रहा है स्थाई कटान रोकने के लिए परियोजना बनाई गई है उसपर भी जल्द काम शुरू किया जाएगा जिससे भविष्य में कटान से गांव को बचाया जा सके।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ