वेदव्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़:आज पट्टी तहसील अंतर्गत सरसतपुर गाँव में बाल व महिला चेतना समिति के द्वारा युवाओं की कोटपा एक्ट व तंबाकू नियंत्रण पर एक क्षमतावर्धन कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें तरुण चेतना के निदेशक नसीम अंसारी ने कहा कि युवाओं में तम्बाकू का चलन बहुत तेजी से फ़ैल रहा है, जिसे रोकने के लिए वर्तमान कोटपा कानून में बदलाव की जरुरत है. एक रिसर्च के अनुसार हर 10 में से 09 लोग 18 साल से पहले ही तम्बाकू का सेवन करना शुरू कर देते हैं. कि उन्होंने जोर देकर कहा कि तम्बाकू का अंजाम मौत का पैगाम है, जिससे बचने की जरुरत है.
इस अवसर पर सह प्रशिक्षक संतोष चतुर्वेदी ने कहा कि वर्तमान कोटपा एक्ट के प्रावधान बहुत ही लचीले हैं, जिसमें संशोधन करने की आवश्यकता है.
श्री चतुर्वेदी ने कहा कि तम्बाकू मुक्त युवा होने पर ही जीवन स्वस्थ्य व सुन्दर रहेगा. उन्होंने ने प्रस्तावित कोटपा एक्ट संशोधन 2020 को प्रभावी बनाने की अपील की. श्री चतुर्वेदी ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष धूम्रपान पर भी बिस्तार से चर्चा किया युवाओं से तंबाकू के दुष्प्रभाव पर चर्चा करते हुए एक्ट के उल्लंघन पर कड़ी सजा का प्रावधान एवं जुर्माना राशि बढाने के साथ- साथ खुली बीड़ी-सिगरेट आदि की विक्री पर भी प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता जताई |
कार्यशाला के अंतिम चरण में सभी प्रतिभागियों से सरकार द्वारा प्रस्तावित कोटपा कानून के संशोधन 2020 पर चर्चा करते हुए राय ली गयी, जिसके उपरांत सभी ने इसे संसद के पटल पर रखने व सजा के प्रावधानों को बढ़ाने की अपील करते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री व माननीय प्रधानमंत्री जी को अनुरोध-पत्र लिखने का निर्णय लिया.
इस प्रशिक्षण कार्यशाला में कुल 25 युवाओं ने प्रतिभाग किया. कार्यक्रम के आखिर में उपस्थित लोगों ने तंबाकू मुक्त जीवन जीने की शपथ ली. इस अवसर पर राकेश गिरि, राम समुझ वर्मा, पन्ना लाल, संजय पटेल व् मोतीलाल विश्वकर्मा आदि लोग उपस्थित रहे.
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