सुनील उपाध्याय
बस्ती।कोविड काल में नियमित टीकाकरण से किसी कारण से छूट गए एक साल तक के 10231 बच्चों को प्रतिरक्षित किया जाएगा।
इसके लिए तीन चरणों में सघन मिशन इंद्रधनुष टीकाकरण कार्यक्रम 4.0 चलाया जा रहा है। इसी के साथ टीकाकरण से छूटी 2751 गर्भवती को भी टीका लगाया जाएगा।
मिशन इंद्रधनुष का पहला चरण सात मार्च से शुरू होगा।
यह जानकारी मीडिया अभिमुखीकरण के लिए शनिवार को सीएमओ कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एफ हुसैन ने दी।
उन्होंने बताया कि कोविड टीकाकरण के साथ ही नियमित टीकाकरण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा था। इसके बाद भी काफी बच्चे ऐसे रह गए हैं,जिन्हें किसी कारण से टीका नहीं लग पाया है।
मिशन इंद्रधनुष टीकाकरण कार्यक्रम के जरिए इन चिन्ह्ति बच्चों को अभियान चलाकर टीका लगाया जा रहा है। सभी ब्लॉकों पर माइक्रोप्लॉन तैयार किया गया है।
उन्होंने बताया कि टीकाकरण के लिए जो बच्चे चिन्ह्ति किए गए हैं, वह पात्र लाभार्थियों का लगभग नौ प्रतिशत हैं। इसमें कुछ ऐसे भी हैं, जिन्हें विभिन्न टीकों की कुछ खुराक नहीं लगी है।
टीकाकरण के लिए कुल 2015 सत्र का आयोजन किया जा रहा है। 25 लाभार्थियों पर एक सत्र के आयोजन का प्राविधान है।
लाभार्थियों की सुविधा को देखते हुए कम लाभार्थियों वाले पुरवों व मजरों में भी सत्र का आयोजन किया जाएगा। इसी के साथ एक टीम द्वारा एक ही दिन में कई मजरों व पुरवों को कवर किया जाएगा।
सत्र के आयोजन की सूचना लाभार्थियों को आशा व एएनएम द्वारा पहले ही दी जाएगी। नियमित टीकाकरण में बीसीजी, हेपेटाइटिस-बी, पोलियो, पेंटावेलेंट, रोटावॉयरस, पीसीवी, एमआर, जेई, टीडी, एफआईपीबी, डीपीटी टीके शामिल हैं |
डॉ. हुसैन ने बताया कि सात मार्च से अभियान की शुरुआत होगी, अवकाश को छोड़कर जो एक सप्ताह तक चलेगा। इसके अलावा चार अप्रैल व सात मई से एक सप्ताह तक विशेष टीकाकरण होगा।
टीकाकरण में सहयोग के लिए ग्राम प्रधान, सामाजिक कार्यकर्ता, गांव के संभ्रांत नागरिकों व धर्म गुरुओं से अपील की जा रही है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में यूनिसेफ के डीएमसी आलोक राय, यूएनडीपी के हरेंद्र मिश्रा व सीएचआई के मुनेश दुबे द्वारा सहयोग प्रदान किया जा रहा है।
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