कृष्ण मोहन
मनकापुर गोण्डा: मनकापुर में उतरौला रोड पर श्री मती शांति देवी एवम जगदम्बिका प्रसाद कसौधन द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा पुराण के चौथे दिन पुरोहित पंडित हरिलाल शास्त्री ने कहा कि भगवान ने राजा बली से तीन कदम जमीन मांगकर तीनो लोको को नाप लिया दो ।
लोक नापने के बाद जब तीसरा लोक नापने चले तो जमीन ही नही बची, तब राजा बली ने भगवान मैंने जो दान दे दिया मै उससे पीछे नही हटूँगा ।
जो जमीन कम पड़ रही है आप मेरे सिर पर रखकर नाप लीजिये भगवान ने वैसा ही किया और बली से खुश होकर भगवान ने आशीर्वाद देते हुए वरदान मांगने को कहा ,
तब बली ने कहा अगर आप मुझे वरदान ही देना चाहते है तो मेरे घर के चारों दरवाजे पर जब मै निकलू आप खड़े मिले भगवान ने वरदान दिया ।
बाद में माँ लक्ष्मी ने रक्षा बंधन बली को बांधकर अपने द्वारपाल विष्णु से शादी करने की बात कही, बलि ने दोनों को शादी विधि विधान से कराई।
तब विष्णु भगवान को छुट्टी मिली , पंडित जी ने कहा इस धरती पर एक से एक पापी हुए है सबका विनाश ईश्वर ने किया है।
किंतु कभी कभी भगवान को भी मुश्किल में पड़ जाना पड़ता है जब पापियों के कुल में उनके भक्तों का सामना होता है तब ईश्वर को अपने भक्त के पूरे परिवार को तारना पड़ता है
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