बोल्डर के जगह मिट्टी से हो रहा है काम, अधिकारी मौन..
सुनील उपाध्याय
बस्ती जिले के हरैया तहसील के दुबौलिया विकास खण्ड मे बाढ खण्ड के करोड़ों की परियोजना को नदी में बहने से मुश्किलें बढी बता दे कि अति संवेदनशील तटबंध गौरा सैफाबाद तटबंध को बचाने के लिए करोड़ों की लागत से बनाए जा रहे ठोकर के बगल बनाए जा रहे टचप को मानक पूरा करने के लिए बाढ़ खंड द्वारा बोल्डर कि जगह मिट्टी का प्रयोग कर रहे हैं ।
बता दें कि टकटकवा गांव के निकट करोड़ों की लागत से बन रहे ठोकर के एक मीटर की ऊंचाई तक बोल्डर से प्लेयर बनना था जबकि बाढ़ खंड नियमों को ताक पर रखकर एक लिएयर बोल्डर डालने के बाद केवल मिट्टी डालकर कोरम पूरा किया जा रहा है जब कि बोल्डर को एक फीट ऊपर तक लेयर बनाया जाना था ।
फिर केवल मिट्टी से काम निपटाने मे लगे है अधिकारी वा ठेकेदार ।
जब कि इस विषय को बाढ़ खंड के अधिकारी कार्रवाई के बजाय आख बन्द कर बैठे हैं ।
जानकारी के अनुसार बता दे कि बरसात के कारण घाघरा वा सरयू नदी एक बार फिर उफान पर है नदी का जलस्तर 24 घंटे में करीब 2 सेमी मीटर बढ़ चुका है ।प्रति घंटे 2 सेमी की रफ्तार से जल स्तर में वृद्धि दर्ज की जा रही है शुक्रवार को केंद्रीय जल आयोग के अनुसार सरयू नदी चेतावनी बिंदु 91:89 सेंमी मीटर से 27 सेंटीमीटर ऊपर 92.03 मीटर प्रवाहित हो रही है।
नदी का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाके में हलचल भी तेज हो गई है और बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है इसी तरह नदी का जलस्तर बढ़ता रहा तो आने वाले 24 घंटे में तटवर्ती और नदी के बीच कई गांव गिरने से शुरू हो जाएंगे वही जलस्तर बढ़ने से परियोजना पर चल रहे सारे काम प्रभावित हो गए हैं ।
बाढ खण्ड के विभाग के कुछ मजदूरों से काम कराया जा रहा है बाकी जगहों पर केवल कोरम पूरा किया जा रहा है ऐसे मे बाढ़ से निपटना मुश्किल दिख रहा है।
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