बहराइच :-उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना जैसी बिमारी को देखते हुए लाकडाऊन का ऐलान 21दिनो के लिए करते हुए गरीब अन्त्योदय कार्ड धारक,जाब कार्ड धारकों को निशुक 35 किलो खाद्यान्न देने का फरमान जारी किया ।जिससे गरीबो को काफी राहत मिल सके। 1 अप्रैल से खद्यान वितरण भी जिले के अलग अलग स्थानों कोटेदारो द्वारा कोटे की दुकान पर वितरण किया जाने लगा।परंतु सरकार की इस फरमान पलीता भी लगना शरू गया। जिले के अलग अलग स्थानों से इसकी शिकायत भी उतने ही तेजी से आना शरू हुआ जितने तेजी से वितरण शरू हुआ है। शिकायत को ध्यान में रखकर जब क्राइम जंक्शन टीम ने सर्वे किया ।इस दौरान ब्लॉक नवाबगंज के कई ग्रामपंचायतों से शिकायत मिली। ग्रामपंचायत गोकुलपुर , जैतापुर , कलवारी, लगायत दर्जनों स्थानों पर एक ही समस्या देखने को मिला। घटतौली , प्रत्येक यूनिट पर एक किलो राशन कम , यूनिट कटौती आदि। इसी क्रम में जैतापुर पहुँचने पर एक महिला सुनीता देवी पत्नी रमेश कुमार कार्ड संख्या 218040994537 ने कोटेदार दुकान संख्या 20501549 पर संगीन आरोप लगाया जिससे विश्वाश करना कुछ नामुकिन से हुआ लेकिन उसका कहना था मुझे 5 किलो चावल व 5 किलो गेहूँ दिया गया जिसके बदले में मुझसे 200 रुपये लिए गए 'जी हाँ ' 200 और फिर उसमें कुछ भी वापस नही मिला। जब टीम को यह बात हजम नही हुआ तो ग्रामीणों से पूछ ताछ किया गया। तो ग्रामीणों ने कोटेदार की पूरा काला चिट्ठा ही खोल दिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि अंत्योदय कार्ड धारक को 35 किलो गल्ला देने के बजाय मात्र 30 किलो ही गल्ला दिया गया जबकि बाहर तौल करने पर मात्र वह 27 किलो ही रहता है।कई अंत्योदय कार्ड धारक को कई महीनों से राशन नही मिला। अंत्योदय कार्ड धारक दिनेश कुमार पुत्र राम शाहिनी,लक्ष्मी w/o विशेसपर, मिना देवी पत्नी दिनेश कुमार ,प्रीति देवी पत्नी दिनेश कुमार ,जनक दुलारी पत्नी लालता प्रसाद आदि दो दर्जन से अधिक लोगो का आरोप है मुझे राशन नही दिया जाता है ।जाते है तो भगा दिया जाता है। वही कई जॉब कार्ड धारक मंशाराम पुत्र राम सुमिरन,शोभाराम पुत्र हरिराम ,ओम प्रकाश पुत्र वृज भूषण ,धनी राम पुत्र दूरी राम ,हजरत अली पुत्र आशिफ अली ,फकीरे पुत्र दुईजी ,जलवासा पुत्र परसराम आदि दो दर्जन से अधिक का आरोप है कि मेरे पास जॉब कार्ड होने के बाउजूद कोटेदार द्वारा फ्री राशन नही दिया गया। जबकि कई पात्रता सूची कार्ड धारक सुहाना पत्नी शोभाराम ,ममता देवी पत्नी राम नरेश ,मीना देवी पत्नी श्याम विहारी ,मैना देवी पत्नी राम खेलावन ,भाग्यरानी पत्नी राम गोपाल ,भानुमति पत्नी नवल किशोर ,नंद किशोर पुत्र राम नाथ ,सुनीता देवी पत्नी राम निवास आदि सभी का आरोप है कि राशन में घटतौली होती है। यूनिट काट दिया जाता है जिससे हम सभी राशन पाने से वंचित हो जाते है। जब यूनिट नानपारा या बहराईच से जाकर सही करते है फिर काट दिया जाता है। इस प्रकार कई महीनों से हम लोगो को राशन नही मिल रहा है। वही ग्रामीणों ने यह माँग किया कि हम सब गरीब मजदूर है हमारे पास खेती भी नही है मजदूरी कर किसी तरह काम चलाते थे । देश मे लॉकडाउन होने के कारण आर्थिक तंगी तो है ही परंतु खाने का भी अब कोई इंतजाम नही है सरकार के आदेश के बाद एक मन मे शांति मिली थी जो कोटेदार साहब अब ले लिए। बीमारी से हम सभी बाद में मरेंगे परंतु लगता है भुखमरी से पहले ही मरना पड़ेगा। वही ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों से एक माँग किया की समय रहते ही इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जाँच करवाया जाय और कोटेदार पर आवश्यक कार्यवाही की जाए जिससे हम सभी को राशन मिल सके । नही तो हमारे छोटे छोटे बच्चे बीमारी से नही भूख से ही मर जायेंगे।
क्या कहना है कोटेदार खड़क बहादुर सिंह से जब इस संबंध में जानकारी ली गई तो कोटेदार ने सभी आपने ऊपर लगे आरोपो को खारिज करते हुए कहा कि सभी आरोप गलत है हमारे यहाँ ऐसा कुछ भी नही होता है जिसका जितना यूनिट गल्ला होता है उतना दिया जाता है। सरकारी सूची जो मुझे प्राप्त है उसी के द्वारा वितरण होता है। हालांकि कोटेदार ने माना कि यूनिट में कटौती होती है क्योकि गल्ला उठान जो होता है उसमें गल्ला तौल में कम रहता है जिसके कारण वितरण के समय यूनिट में कटौती की जाती है।
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