योगेश मिश्रा
सुल्तानपुर:-जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटे एक माह से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन भाजपा सरकार के मंत्री इसके बहाने विपक्षी दलों पर निशाना साधने से चूक नहीं रहे हैं। सुल्तानपुर से सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने बुधवार को कहा कि, कश्मीर में पर्यटन के विकास के लिए पूर्व पीएम अटल बिहारी की सरकार ने भरपूर बजट दिया था। लेकिन उस बजट से सत्ताधारी तीन परिवारों ने अपने बड़े बड़े मकान बना लिए। उन्होंने कश्मीरियों के विकास पर कभी ध्यान नहीं दिया।
सुरक्षा के मद्देनजर कश्मीर में सख्ती, जल्द सामान्य होंगे हालात
मेनका ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा भेजे गए पैसों की मंत्री से लेकर प्रशासन तक ने लूट की। कश्मीर के कुछ सत्ताधारी रह चुके परिवार कश्मीर में अशांति पैदा करके अपनी दुकान चलाना चाहते हैं, वह कश्मीरी लोगों को भड़का करके वहां फिर से अशांति कायम करना चाहते हैं। ऐसे लोग जिनसे वहां की शांति को खतरा है, उनके विरुद्ध ही कार्रवाई की गई है। कश्मीर में केंद्र सरकार द्वारा की गई सख्ती शांति व सुरक्षा के मद्देनजर की गई है।
कहा कि, हिंदुस्तान में लागू होने वाला कानून कश्मीर पर नहीं लागू होता था, वहां की अपनी पुलिस होती थी। हिंदुस्तान में जहां विवाह की उम्र 18 से 21 वर्ष रखी गई है, वहीं कश्मीर में नौ वर्ष की बच्चियों का विवाह करके उनके जीवन को बर्बाद किया जा रहा था। कश्मीर में पिछले 70 वर्षों में चले संघर्ष में 46000 से अधिक लोग मारे गए। कश्मीरी पंडितों को वहां से भगा दिया गया। उनकी जमीनों पर कब्जा कर लिया गया।
सांसद ने कहा कि, पंडित नेहरू की सरकार ने आजादी के बाद अनुच्छेद 370 को अस्थाई रूप से लागू किया था तो यह कहा गया कि कुछ दिनों में इसे हटा लेंगे। लेकिन 70 साल बीत गए उसे हटाया नहीं गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि यदि धारा 370 से वहां पर शांति कायम नहीं हो सकी, कश्मीर का विकास नही हो सका, लोगों को रोजगार नही मिला, तो उसकी क्या जरूरत। प्रधानमंत्री ने बड़े सलीके से बिना शोर मचाए बिना लड़ाई कराए धारा 370 को वहां से हटाकर कश्मीर की जनता के साथ बड़ा न्याय किया है। आजादी के 70 साल बाद 'एक देश एक संविधान और एक कानून बना है' इसके लिए हम सबको पीएम मोदी को मुबारकबाद देना चाहिए।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ