अखिलेश्वर तिवारी
दर्जनों लोग बीमार सैकड़ो बीघा फसल बर्बाद
बलरामपुर । जिला मुख्यालय के अति व्यस्ततम इलाके में बने बलरामपुर रेलवे स्टेशन पर इन दिनों उतारे जा रहे क्लिंकर से आसपास का जीवन अस्त व्यस्त होता जा रहा है । क्लिंकर से उड़ रहे पत्थर के बारीक कणों से सैकड़ों लोग अब तक बीमार हो चुके हैं । किसी को सांस लेने में शिकायत है तो कोई टीवी का मरीज होता जा रहा है । इसके अलावा सैकड़ों एकड़ फसल वह पेड़ पौधे बर्बाद हो चुके हैं जिसके कारण आसपास के लोगों में आक्रोश पनपता जा रहा है । यदि समय रहते क्लिंकर का अनलोडिंग बंद नहीं कराया गया तो गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है । स्थानीय लोगों की मांग पर जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने डीआरएम उत्तर रेलवे को पत्र लिखकर तत्काल बलरामपुर रेलवे स्टेशन से क्लिंकर की अनलोडिंग बंद कराने का अनुरोध किया है ।
जानकारी के अनुसार बलरामपुर रेलवे स्टेशन पर कई महीनों से बड़ी मात्रा में क्लिंकर उतारा जा रहा है । यह क्लिंकर पड़ोसी राष्ट्र नेपाल में सीमेंट उद्योग के लिए लाया जा रहा है । यहां से ट्रकों द्वारा नेपाल ले जाया जाता है । इससे पूर्व यह क्लिंकर तुलसीपुर रेलवे स्टेशन पर उतारा जा रहा था । वहां के लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन के बाद तुलसीपुर से हटाकर बलरामपुर रेलवे स्टेशन पर अनलोडिंग का काम शुरू कर दिया गया । क्लिंकर से उड़ रहे धूल से पूरा क्षेत्र धुंध से घिरा रहता है । जिसका परिणाम आसपास के लोगों के अंदर फेफड़ों में जलन, खांसी, सांस फूलना जैसी बीमारियों के रूप में दिखाई देने लगा है । आसपास के सैकड़ों एकड़ फसल इन्हीं धूल की वजह से नष्ट हो चुकी है । इंसान के अलावा जानवरों के ऊपर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है । इतना ही नहीं पास में लगी चीनी मिल के अंदर भी बड़ी मात्रा में पत्थर के बारीक कण प्रवेश कर रहे हैं जो सीधे चीनी में मिल रहे हैं जिससे दूरगामी परिणाम भी हो सकता है । क्लिंकर बलरामपुर रेलवे स्टेशन पर न उतारा जाए इसकी मांग स्थानीय लोग काफी दिनों से कर रहे हैं । लोगों के आक्रोश को देखते हुए जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने डीआरएम उत्तर रेलवे को पत्र लिखकर तत्काल बलरामपुर रेलवे स्टेशन से क्लिंकर की अनलोडिंग बंद कराने का अनुरोध किया है । कहीं ना कहीं अनलोडिंग के समय तथा ट्रकों में लोडिंग के समय इतना ज्यादा पत्थर के बारीक कण हवा में उड़ते हैं जिससे चारों तरफ धुंध छा जाता है । आसपास के घरों पर सफेद चादर सा फैला रहता है । यह स्टेशन चारों तरफ रिहायशी इलाकों के बीच बना है जिसके कारण हजारों परिवार इस क्लिंकर की धूल की चपेट में आ चुके हैं जिन्हें गंभीर बीमारियों का खतरा भी सताने लगा है । लोगों का कहना है की क्लिंकर अनलोडिंग तुरंत बंद कराई जाए । क्लिंकर की अनलोडिंग से उड़ रहे धूल का प्रभाव आसपास के स्कूलों पर भी सीधा देखा जा रहा है । मासूम बच्चे इस धूल का शिकार हो रहे हैं जिसमें से दर्जनों बच्चे बीमार भी हो चुके हैं । यहां के अध्यापकों का कहना है कि जिस दिन क्लिंकर की अनलोडिंग व लोडिंग शुरू होता है उस दिन से बच्चे स्कूल आना बंद कर देते हैं जिससे उनके पठन पाठन में समस्या उत्पन्न हो जाती है । पूरे मामले पर जिला प्रशासन भी सतर्क है और जिलाधिकारी ने बताया कि उनके द्वारा डीआरएम उत्तर रेलवे को पत्र लिखकर क्लिंकर की अनलोडिंग तत्काल बंद कराने का अनुरोध किया जा चुका है ।
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