बहराइच। बुधवार को झमाझम बारिश के बीच नंगे पैर हाथ में छोटे भाई की तस्वीर लेकर बाजार में हर आने-जाने वाले लोगों से बस एक ही बात-बाबू जी ई हमार भाई होय। यहका कहूं देखेव है। यह कोई फिल्मी डायलाग नहीं, बल्कि भूख-प्यास से व्याकुल तीन दिनों से जिले में भटक रहे श्रवस्ती जिले के किशोर भोला मिश्र की दर्दनाक व्यथा है। तीन वर्ष पूर्व पिता का साया सिर से उठ गया और अब छोटे भाई दीपक के खोने की टीस उसकी आंखों में साफ नजर आ रही है। तीन दिन पहले अपनी मां के साथ बहराइच उपचार के लिए आए भाई के रहस्यमय ढंग से गायब होने के बाद उसकी खोज में वह गली-गली व चौराहे-चौराहे पर भटक रहा है। श्रवस्ती जिले के गिलौला थाना क्षेत्र के ठेगरहना विशुनापुर के दीपक मिश्र (14) पुत्र जगराम 21 अगस्त को अपनी मां के साथ बहराइच उपचार के लिए आए थे। बेटे को चिकित्सक को दिखाने के बाद मां सिद्धनाथ मंदिर में उसकी लंबी आयु की कामना करने व उसके ठीक होने की प्रार्थना करने के लिए मंदिर में गई थी। इस दौरान दीपक रहस्यमय ढंग से गायब हो गया। काफी देर तक खोजबीन करने के बाद थक-हार कर घर पहुंची मां ने अपने 16 वर्षीय बड़े बेटे भोला को बताई। भाई के खो जाने के गम में बेसुध हो रही मां को हौसला बंधा भोला भाई कि तलाश में निकल पड़ा। दो दिनों से वह नानपारा, मिहीपुरवा समेत कई स्थानों पर भाई की तलाश में भटक रहा है। भोला की उम्र और उसके चेहरे की मासूमियत देख कर सभी का दिल पसीज जाता है।
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